नैनीताल- कश्मीर में शांति बहाल कब होगी फिलहाल इसका जवाब न तो सियासत के पास है और न कश्मीर की हिफाजत में लगे सुरक्षा बलों के पास। हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।
उधर सीज फायर का बार बार उलंघन करने वाला पाकिस्तान, बार्डर पर गोलीबारी को अंजाम दे रहा है। जिसका जवाब भारतीय सेना भी दे रही है। जान-माल का नुकसान दोनों तरफ हो रहा है। इन हालातों में भारत मां की हिफाजत के लिए तैनात उत्तराखंड का लाल मनमोहन बधानी भी शहीद हो गया है।
जम्मू के पुंछ सेक्टर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए सूबे के लाल ने अपने प्राणों की आहूति दी है। बधानी नैनीताल जिले के कालाढ़ूंगी विधानसभा क्षेत्र के कोटाबाग-आंवलाकोट के रहने वाले थे।
उनकी शहादत की खबर से इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। सूबे के साथ –साथ पूरा देश उनकी शहादत को नमन कर रहा है।
खटीमा विधायक पुष्कर धामी ने अपनी फेसबुक वाल पर शहीद के फोटों को अपलोड करते हुए उनकी शहादत को सलाम किया है।
खबर उत्तराखंड डॉटकॉम भी शहीद मनमोहन बधानी को उनकी शहादत पर सलाम करता है और ईश्वर से कामना करता है कि उनके परिवार को इस असहनीय दुख सहने की ताकत दे। वैसे भी मुल्क पर शहादत देने वालों को तो मौत भी नहीं मार पाती वे अमर हो जाते हैं, उनकी सिर्फ देह फना होती है नाम अमिट हो जाता है।