वंदे भारत ट्रेन अक्सर चर्चाओं में रहती है। मोदी सरकार इस ट्रेन को अपनी ब्रांडिंग के साथ जोड़ कर देखती है।
रेलवे दावा करता है कि इस ट्रेन में यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं विश्व स्तरीय हैं और इनका कोई मुकाबला नहीं है।
इस ट्रेन में मिलने वाले नाश्ते और खाने को लेकर भी रेलवे ने कई दावे किए हैं। हालांकि कई बार इन दावों की पोल सोशल मीडिया पर खुल जाती है। हाल ही में एक ऐसा वाक्या सामने आया है जब सोशल मीडिया पर वंदे भारत ट्रेन में मिले खाने को लेकर लोग सवाल उठा रहें हैं और हालात यहां तक पहुंच गए कि निशाने पर खुद रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव तक आ गए।
न तो तेल है और न ही मिर्च मसाला
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेफॉर्म एक्स पर कपिल नाम के एक शख्स ने 19 फरवरी को अपने वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन में परोसे गए भोजन को लेकर अपना अनुभव शेयर किया। इस अनुभव पर अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी निशाने पर आ गए हैं। दरअसल यात्री कपिल ने ट्रेन में छोले मंगाए लेकिन छोले कम और पानी ज्यादा निकला जिसके बाद यात्री ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘इतना हेल्दी खाना मुहैया कराने के लिए धन्यवाद अश्विनी वैष्णव जी। इसमें न तो तेल है और न ही मिर्च मसाला।’ देखते ही देखते ये पोस्ट वायरल हो गया और इसमें कई यूजर्स कमेंट करने लगे।
कपिल का पोस्ट हुआ वायरल
सिमरन अग्रवाल यूजर ने लिखा है कि आज कल हार्ट अटैक के केस ज्यादा हो रहे हैं, ये रेसिपी घर-घर पहुंचानी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी। स्वस्थ भारत के लिए आपका योगदान।
एक यूजर अनय श्रीनवास्तव ने लिखा ….मैं हाल ही में वंदे भारत ट्रेन (भोपाल-दिल्ली) से यात्रा कर रहा था और परोसा गया खाना खाने के बाद मुझे फूड पॉइजनिंग हो गई। मुझे आश्चर्य है कि टिकट के लिए इतनी बड़ी रकम चुकाने के बाद भी रेलवे अच्छा खाना क्यों नहीं परोस पाता।
वहीं andy नाम के एक शख्स ने लिखा…
मैं एक ट्रैवेलर हूँ
सच कहूँ
पता नहीं यह कौनसा नया भारत है
इण्डियन ट्रेन और रेलवे के हालात नरक जैसे है
इतना गंधा फ़ूड यह लोग देते है
काफ़ी बार शिकायत भी करते है
लेकिन कोई जू तक नहीं रेंगती इनके ऊपर
गटिया कहना भी बेकार है…
ये रसगुल्ले लगे
वहीं अनूप नाम के यूजर ने लिखा, बीमारियां अभी कम है जो इसे देकर बढ़ाया जा रहा है। वहीं संजय त्रिपाठी नाम के यूजर ने लिखा पहली नजर में ये रसगुल्ले लगे फिर जब मैंने इसे जूम किया तो मैंने नोटिस किया ये छोले है।
बता दें कि कपिल के ट्वीट पर अभी तक रेलवे या रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इससे पहले भी निकला था कॉकरोच
हालांकि वंदे भारत का ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी खाने की गुणवत्ता को लेकर इस तरह के मामले सामने आए हैं। हाल ही में 1 फऱवरी को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से जबलपुर की यात्रा कर रहे एक यात्री ने खाने में मरा हुआ कॉकरोच होने की बात कही थी। सोशल मीडिया पर डॉ. शुभेंदु केशरी नाम के यात्री ने लिखा था, ‘मैं एक फरवरी को वंदे भारत एक्सप्रेस से यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान मुझे भारतीय रेलवे से मिले खाने के पैकेट में मरा हुआ कॉकरोच मिला। इसे देखकर मैं हैरान रह गया।’ हालांकि बाद में रेलवे ने यात्री के खराब अनुभव के लिए माफी मांगी और कहा कि खाना बनाने वाली कॉट्रेक्ट कंपनी पर जुर्माना लगाया गया है। लेकिन फिर 18 दिनों बाद छोले में पानी वाले मामले ने वंदे भारत ट्रेन में मिल रहे खाने को लेकर रेलवे को सवालों के घेरे में डाल दिया है।