तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर में छतरी के जीर्णोद्धार का काम सोमवार को बर्फबारी के दौरान कलश लगाने के साथ ही पूरा हो चुका है।
मुख्य बिंदु
तुंगनाथ मंदिर पर लगाया कलश
बीकेटीसी (बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) व दानीदाता के सहयोग से देवदार की लकड़ी से बनी नई छतरी मंदिर के शीर्ष पर लगाई गई है।
दानीदाता के सहयोग से किया निर्माण
दिल्ली के दानीदाता संजीव सिंघल के सहयोग से 13 लाख 65 हजार की लागत से नई छतरी का निर्माण किया गया है। कई सालों से तुंगनाथ मंदिर के शिखर पर स्थित छतरी के जीर्णोद्धार की मांग की जा रही थी।
भगवान आशुतोष के बाहु भाग की होती है पूजा
गौरतलब है कि पंचकेदार में तृतीय तुंगनाथ मंदिर को विश्व में सबसे ऊंचाई पर स्थित शिवालय माना जाता है। यहां भगवान आशुतोष के बाहु भाग की पूजा होती है।