देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज सांसद आदर्श ग्राम योजना कार्यशाला में एक बयान दिया कि सांसद आदर्श गांव में 80 फीसद काम पूरे हो गए हैं। प्रदेश के पांचों सांसदों के साथ ही राज्यसभा सांसदों ने भी गांव गोद लिए हैं, जिनमें विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इन्हीें कामों को लेकर सीएम ने बयान दिया, जिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, इस कार्यशाला में केवल एक ही सांसद मौजूद रहीं।
कांग्रेस नेता उत्तराखंड से सांसद राज बबर के प्रतिनिधि मोहन सिंह नेगी ने सीएम के 80 प्रतिशत काम करने वाले दावे को खारिज करते हुए अधिकारियों पर ही गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने दावा किया कि गांवों में जो काम आज तक हुए ही नहीं, अधिकारियों ने उन कामों को कागजों में पूरा दिखा दिया है, जो अपने आप में एक बड़ा घोटाला नजर आ रहा है।
बड़ी बात ये है कि जिन गांवों को सांसदों ने गोद लिया है, वही सांसद नदारद रहे। इससे भी सांसदों की गांवों का विकास करने की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। हालांकि तीरथ सिंह रावत और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी इन दिनों बीमार चल रहे हैं। लेकिन, टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह के अलावा कोई भी सांसद इस कार्यशाला में शामिल नहीं हुआ।