कानपुर कांड का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे मारा गया है। एसटीएफ की टीम उसे कानपुर ला रही थी जहां बीच रास्ते में गाड़ी पलटने के बाद गैंगस्टर विकास दुबे ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस नेे उसे सरेंडर करने को कहा। न मानने पर पुलिस ने उसका एंकाउंटर कर दिया। वहीं विकास दुबे के मरने से शहीद के परिवार वालों को सुकून मिला।
जैसे ही विकास दुबे की मरने की खबर शहीदों के परिवार वालों की मिली उन्होंने सुकून की सांस ली और यूपी पुलिस का शुक्रिया अदा किया। आगरा और मथुरा जिले के शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों ने कहा कि विकास दुबे के एनकाउंटर से शहीदों की आत्मा को शांति मिली है। अब पुलिस के साथ गद्दारी करने वालों को भी ढूंढ निकालना चाहिए। गद्दारों को भी कड़ी सजा मिले।
वहीं विकास दुबे के मरने के बाद के बाद मथुरा निवासी सिपाही जितेंद्र पाल और आगरा के गांव पोखर पांडेय निवासी सिपाही बबलू कुमार के परिवार वालों ने सुकून की सांस ली और यूपी पुलिस को सलाम किया है।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर पर शहीद जितेंद्र पाल के पिता तीर्थराज सिंह ने कहा कि वो यूपी पुलिस को धन्यवाद देना चाहते हैं कि विकास दुबे जैसे बदमाश का एनकाउंटर किया है। मुझे यूपी पुलिस पर गर्व है। कहा कि विकास दुबे के एनकाउंटर से शहीद पुलिसकर्मियों की आत्मा को शांति मिली है। अब उन लोगों को ढूढ़ना चाहिए, जिन्होंने पुलिस के साथ गद्दारी की थी। उन गद्दारों को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
आगरा के शहीद बबलू कुमार के पिता छोटेलाल का कहना है कि विकास दुबे का एनकाउंटर कर पुलिस ने सराहनीय काम किया है। विकास दुबे के बाकी बचे साथियों का भी एनकाउंटर किया जाना चाहिए। श