भाप से इंजन चल सकता है तो हवा पानी से जेसीबी मशीन क्यों काम नहीं कर सकती !
किच्छा, संवाददाता- जैसे चूल्हे पर रखी चाय की भाप ने किशोर जेम्स वाट को भाप का इंजन बनाने का आइडिया दे दिया था । वैसे ही किच्छा के अनंत कुमार को अस्पताल की सिरिंज ने पानी से काम करने वाली जेसीबी मशीन का आइडिया दे दिया।
दर्जा 11 वीं में पढ़ने वाले अनंत कुमार ने बांस की पोरों, टायर ट्यूब की रबड़ अस्पताल की रद्दी सिरिंज और मरीजों को गुलूकोज चढाने वाली पाइप की मदद से जेसीबी मशीन का शानदार माडल बना दिया।
अनंत का ये देशी मॉडल एक खिलोने की तरह दिखता है लेकिन काम जेसीबी के अंदाज में करता। जो भी अनंत के बनाए जेसीबी मॉडल को देखता है बिना तारीफ किए नहीं रहता । जबकि कभी अनंत ने अपने इस मॉडल के लिए पिता की खूब ड़ांट खाई थी।
बहरहाल अनंत की सोच और उसका देशी जेसीबी मॉडल तारीफ का हकदार है। हालांकि इसमें सुधार की काफी गुंजाइश है। लेकिन इतना तय है कि अगर हवा-पानी के सिद्धांत पर काम किया जाए तो मुमकिन है कि अनंत का नमूना आने वाले कल में एक बेहतरीन पानी से काम करने वाली मशीन साबित हो सके।
साथ ही जरूरत है ऐसे किशोरों के हौसला आफजाई की ताकि उनकी सोच इंसानी जरूरतो को पर्यावरण के हिसाब से पूरा करने में मददगार साबित हो सके।