कुमाऊं कमिश्नर ने बाजपुर में चल रहे नमामि गंगे प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आई। जिस पर कमिश्नर ने कॉन्टैक्टर और कार्यदाई संस्था के इंजीनियरों को जमकर फटकार लगाई। इसके साथ ही उनकी डिग्री पर भी सवाल खड़े कर दिए।
कुमाऊं कमिश्नर ने किया नमामि गंगे प्रोजेक्ट का निरीक्षण
शुक्रवार को कुमाऊं कमिश्नर ने उधम सिंह नगर के बाजपुर में नमामि गंगे प्रोजेक्ट का निरिक्षण किया। जिसमें कई खामियां मिली। खामियां पाए जाने पर कुमाऊं कमिश्नर ने सख्त नाराजगी जाहिर की। इसके साथ ही कंपनी पर जुर्माना लगाने के लिए पेयजल अधीक्षण अभियंता मृदुला सिंह को निर्देशित किया।
खामियां पाए जाने पर लगाई फटकार
कुमाऊं कमिश्नर ने गुणवत्ता परीक्षण के लिए पानी में रखे गए कंक्रीट निर्मित क्यूब मिट्टी में दबे होने पर भी सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने अपने सामने ही जेसीबी से मिट्टी हटवाकर क्यूब को देखा। इसके साथ ही क्यूब्स के परीक्षण के बारे में विस्तार से रजिस्टर से मिलान किया।
गुणवत्ता परीक्षण में फेल होने पर दिए जांच के निर्देश
कमिश्नर ने पानी से अलग रखे हुए क्यूब्स की अपने सामने गुणवत्ता परीक्षण कराया जिसमें सभी चिन्हित क्यूब गुणवत्ता परीक्षण में फेल हो गए। जिसके बाद उन्होंने पानी में रखे गए सभी क्यूब का जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि से कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गुणवत्ता परीक्षण से संबंधित रजिस्टर की जांच की।
इंजीनियरों की डिग्री के जांच के लिए किया निर्देशित
कुमाऊं कमिश्नर दिपक रावत ने कंपनी के इंजीनियरों द्वारा सही प्रकार से साइंटिफिक जवाब न देने पर उनकी डिग्री पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि ‘इन्हें इंजिनियर किसने बनाया है।’ यही नहीं कमिश्नर ने इंजीनियरों की डिग्री एवं डिप्लोमा की भी जांच कराने के निर्देश दे डाले। निरिक्षण के बाद से ही अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।