देहरादून- प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत खुले खाते विमुद्रीकरण से पहले वेंटिलेटर मोड मे अपने बहुरने के दिन देख रहे थे। पीएम मोदी ने 500 और 1000 के नोटों को चलन से बेदखल करने का फैसला क्या लिया सुन्न पड़े जनधन खातों की रगों में पुरानों नोटों का लहू दौड़ने लगा। आलम ये है कि 13 जिलों वाले अकेले उत्तराखंड में महज 23 दिन के भीतर जीरो बैलेंस वाले तकरीबन 58 हजार खाते मालामाल हो गए। इन खातों में 9 करोड़ से ज्यादा की रकम जमा हुई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत राज्य में कुल 20 लाख 91 हजार 1 सौ 13 खाते खुले थे। जिनमें नोटबंदी से पहले 3 लाख 96 हजार 936 खाते जस की तस हालत मे ही थे। खाता जीरो पर खुला और जीरो पर ही रहा। लेकिन नोटबंदी के बाद इन तीन लाख से ज्यादा खातों से ऐसी हलचल मचाई कि बैंक भी हैरान हैं। अाठ नवंबर से पहले शून्य राशि पर खुले खातों में प्रदेश भर में अब 9 करोड़ 78 लाख 27 हजार से ज्यादा की रकम जमा हो चुकी है। हालांकि अभी भी तीन लाख 38 हजार 857 खाते अभी जीरो बैलेंस पर ही रुके हुए हैं।