डोईवाला(जावेद हुसैन)- एक तरफ जहां डोईवाला विधायक व प्रदेश के मुख्यमंत्री क्षेत्र के किसानों को पानी मुहैया कराने की नसीहत दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते डोईवाला ब्लॉक से बड़कोट गांव में किसानों की फसलें सूखने की कगार पर है।
बड़कोट के ग्राम प्रधान महेंद्र भट्ट का आरोप है कि सिंचाई विभाग द्वारा अलग- अलग दिन बारी-बारी से हर गांव में पानी पहुंचाने का नियम बनाया गया है। जिसका सिंचाई विभाग के कर्मचारि नाजायज फायदा उठा रहे हैं। आरोप है कि सिंचाई विभाग के कर्मचारी रुपये लेकर पानी वितरित कर रहे हैं। जहां पानी की जरूरत है उस गांव में पानी न देकर रुपये देने वाले किसानों को पानी दिया जा रहा है। जबकि बड़कोट गांव की नहरे व तालाब सूखने के साथ साथ ही किसानों की गेहूं व बरसीन की फसलें पूरी तरह सूख गई है। गांव में बनी नहरे व तालाब सिर्फ शोपीस बनकर रह गये हैं।
वर्षों पुरानी बनी सिंचाई नहरे टूटने से भी किसान नाराज
गांव में वर्षों पुरानी बनी सिंचाई नहरे टूटने से भी किसान नाराज हैं. किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गांव में बने तालाबों के सूखने से चरने वाले जानवर पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। वहीं किसानों की मांग है कि किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाए, ओर जो कर्मचारी रुपये लेकर पानी मुहैया करा रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
क्या कहा सिंचाई विभाग ने पढ़िए
किसानों से रुपये लेकर पानी दिए जाने के मामले को लेकर जब सिंचाई विभाग के जेई आलोक चौहान से फोन पर बात की गयी तो वह भी गोलमोल जवाब देते नजर आये। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा रोस्टर सिस्टम के तहत अलग- अलग गांव में पानी दिया जाता है और सिंचाई विभाग द्वारा किसी भी किसान से रुपये लेकर पानी नहीं दिया जा सकता। इसके साथ ही किसानों को पानी देने का कार्य बेलदार को शोंपा गया है, बेलदार से बात कर सभी किसानों को पानी उपलब्ध कराया जाएगा।