रुड़की : प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर अब ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने भी मोर्चा खोल दिया है। ऊर्जा निगम के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से निगम का काफी कार्य प्रभावित होगा। ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। हालांकि पहले ही जनरल और ओबीसी कर्मचारियों की ओर से आंदोलन होने से सभी विभागों के पहले से ही कार्य ठप हो चुके हैं। ऐसे में लोगों को सरकारी कार्यालयों से बैरंग लौटना पड़ रहा है। प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर जनरल ओबीसी कर्मचारियों ने आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।
जारी रखेंगे आंदोलन-कर्मचारी
कर्मचारियों का आरोप है कि जब तक आरक्षण में प्रमोशन को खत्म नहीं किया जाता, तब तक कर्मचारी आंदोलन जारी रखेंगे। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार जनरल और ओबीसी कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है कर्मचारी सरकार के किसी बहकावे में नहीं आएंगे।
सरकार जनरल ओबीसी कर्मचारियों की परीक्षा ले रही है-एसडीओ
आज के कार्यक्रम में ऊर्जा निगम के एसडीओ विकास चौहान ने प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सरकार जनरल ओबीसी कर्मचारियों की परीक्षा ले रही है। ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अगर उनकी मांगों को ना माना गया तो ऊर्जा निगम के कर्मचारी उग्र आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन ना कर सरकार आदेशों की अवहेलना कर रही-कर्मचारी
गौरतलब है कि प्रमोशन में आरक्षण को खत्म करने का शासनादेश जारी करने की मांग को लेकर कर्मचारी 2 मार्च से आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान विकास चौहान ने कहा कि उत्तराखंड सरकार कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन ना कर सरकार आदेशों की अवहेलना कर रही है उन्होंने कहा कि सरकार को जगाने के लिए आंदोलन देश के कोने कोने तक जाएगा।
आंदोलन की चेतावनी
दअरसल सरकारी विभागों के कर्मचारी पहले से ही हड़ताल में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने भी आंदोलन की चेतावनी दी है। ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार 80 फ़ीसदी कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है जिसका आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार को भारी नुकसान हो सकता है। आज 16 मार्च से आंदोलन को नई गति दी गई है। जब तक कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। यही वजह है कि कर्मचारियों को अब आंदोलन करना पड़ रहा है।