सर्दियों में अगर आप उत्तराखंड घूमने आ रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। अगर आप उत्तराखंड के श्री केदारनाथ, श्री बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थलों की यात्रा करते हैं और यहां जीएमवीएन के होटलों में रूकते हैं तो आपको 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
यहां घूमने पर GMVN के गेस्ट हाउस में मिलेगी 10 प्रतिशत की छूट
शासकीय आवास पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए श्री केदारनाथ, श्री बदरीनाथ, श्री यमुनोत्री और श्री गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थलों के लिए यात्रा शुरू करने और इसके व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि इन शीतकालीन प्रवास स्थलों पर आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटक यदि जीएमवीएन के होटलों में रुकते हैं तो उन्हें किराए में 10 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाए।
यहां है चार धामों के शीतकालीन गद्दीस्थल
आपको बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले में स्थित उखीमठ में ओंकारेश्वर मंदिर भगवान केदारनाथ (भगवान शिव) का शीतकालीन निवास स्थान है। शांति और आध्यात्मिकता पसंद लोगों के लिए ये अति उत्तम स्थान है। सर्दियों के दौरान जब बद्रीशपुरी बर्फ की चादर ओढ़ लेती है तो तब भगवान बद्रीनारायण पांडुकेश्वर स्थित योग-ध्यान बद्री मंदिर और जोशीमठ स्थित नृसिंह बद्री मंदिर में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं।
यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद रहने के दौरान मां यमुना स्थानीय रूप से खुशीमठ के नाम से प्रसिद्ध खरसाली गांव में अपने भक्तों को दर्शन देती है। बता दें कि खरसाली अत्यंत ही सुंदर मनोरंजन स्थल है और यहां घुमावदार घास के मैदान और ओक और शंकुधारी के जंगल हैं। सर्दियों में गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो जाने के बाद मां गंगा हर्षिल के पास भागीरथी नदी के तट पर एक छोटे से गाँव मुखबा में विराजमान होती हैं और अपने भक्तों को दर्शन देती हैं।
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष नियमावली करें तैयार
बैठक में सीएम धामी ने रजतोत्सव सशक्त उत्तराखण्ड योजना की अल्पकालिक और दीर्घकालिक योजनाओं की समीक्षा के साथ ही अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष नियमावली तैयार करने के निर्देश दिए।अधिकारियों को ड्रग्स के मामलों में कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने और प्रदेश में चल रहे बाहरी लोगों के सत्यापन अभियान को और अधिक प्रभावी एवं व्यापक बनाने के लिए निर्देशित किया।