स्टिंग 2016 मामले में आज सुनवाई होनी थी। जो कि टल गई है। कोर्ट से हरक सिंह के वकील ने समय मांगा है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अपने क्लाइंट से कुछ निर्देश लेने हैं। जिसके बाद ही वो शपथ पत्र दाखिल कर पाएंगे।
स्टिंग 2016 मामले में सुनवाई टली
साल 2016 में हुए स्टिंग प्रकरण मामल में ज सुनवाई होनी थी। जो कि अब टाल दी गई है। पूर्व कैबिनेट मंत्री के वकील ने कोर्ट से समय मांगा है।
उनका कहना है कि उन्हें अपने क्लाइंट से कुछ निर्देश लेने हैं, जिसके बाद वो शपथ पत्र दाखिल करेंगे। इसके साथ ही पूर्व सीएम हरीश रावत के वकील ने भी कोर्ट से समय मांगा है।
31 अगस्त को होगी मामले की अगली सुनवाई
हरक सिंह रावत और पूर्व सीएम हरीश रावत के वकील के समय मांगने के बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 31 अगस्त तय की है। बता दें कि पूर्व सीएम हरीश रावत ने खुद याचिका दाखिल कर सीबीआई की जांच को चुनौती दी है।
2016 में स्टिंग से उत्तराखंड की राजनीति में आया था भूचाल
साल 2016 में कांग्रेस की तत्कालीन सरकार में बगावत हुई थी। जिसके बाद सीएम हरीश रावत का एक स्टिंग सामने आया था। जिस से उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया था। इस स्टिंग में हरीश रावत अपनी सरकार को बचाने के लिए विधायकों का मोल भाव करते दिखाए गए थे।
ये चार नेता थे स्टिंग में शामिल
इसके साथ ही एक और स्टिंग करने का दावा किया गया था। जिसमें कांग्रेस के तत्कालीन विधायक मदन सिंह बिष्ट के होने का दावा भी किया गया था। इसके साथ ही इस स्टिंग में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के होने की बात भी कही गई थी। दावा किया गया था कि ये दोनों स्टिंग उमेश कुमार ने किए थे।