देहरादून : हरीश रावत दिल्ली जाते जाते मुरादाबाद से ग़ैरसैंण के लिये रवाना हुए जिसके बाद वो कल 11 बजे अपनी गिरफ्तारी देंगे।
गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाए जाने के लिए विरोध प्रदर्शन करने वाले आंदोलनकारियों के जमानत पर रिहा होने से इनकार कर दिया। दो साल पहले भराड़ीसैंण में विस सत्र के दौरान प्रदर्शन करने वाले आंदोलनकारी गिरफ्तारी देने ढोल दमाऊं के साथ कोर्ट पहुंचे। उनके समर्थन में लोगों ने सरकार के विरोध में जुलूस निकालकर नारेबाजी की। 38 आंदोलनकारियों में से 35 आंदोलनकारी न्यायिक मजिस्ट्रेट गैरसैंण की अदालत पहुंचे जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। आंदोलनकारियों के प्रदर्शन को देखते हुए बुधवार को सुबह से ही पूरा गैरसैंण छावनी परिसर में तब्दील रहा।
जिसके बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी खुद जाकर अपनी गिरफ्तारी देने का फैसला किया है।