प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के कारण नदी नाले भी उफान पर है। लगातार हो रही बारिश के कारण धर्मनगरी हरिद्वार का शहरी और ग्रामीण क्षेत्र जलमग्न हो गया है। जिस वजह से ग्रामीणों में भी आक्रोश है।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाए लापरवाही के आरोप
हरिद्वार में जलभराव होने के कारण ग्रामीणों में शासन और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है। अहमदपुर क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही का ही नतीजा है कि जलमग्न होने के कारण बच्चो को पढ़ाई के लिए 20 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाया कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने तो आते हैं पर जलभराव की स्थिति को सब अनदेखा करते हैं।
जारी है सड़कों के मरम्मत का कार्य
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश तोमर का कहना है कि प्रशासन जलमग्न क्षेत्रों में अपनी नजर बनाए हुए हैं। लगातार बारिश होने के कारण हरिद्वार के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं।
तोमर ने कहा कि हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भारी मात्रा में जलभराव हुआ है। कई रोड जो क्षतिग्रस्त हुई हैं उनकी मरमत का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही जलभराव होने के कारण जिन लोगों को भी नुकसान हुआ है आला अधिकारियों द्वारा जल्द ही उनको मुआवजा दिया जाएगा।