ऊधम सिंह नगर जिले में स्थित क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला में लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए सीबीआई की टीम रुद्रपुर पहुंची. जहां हल्द्वानी के पूनम पांडे हत्या कांड और एक अन्य मामले में संदिग्ध 10 लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया गया.
10 लोगों के होंगे लाई डिटेक्टर टेस्ट
क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला के सयुंक्त निदेशक डॉ दयाल शरण ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधान वैज्ञानिक डॉ एके सिंह के नेतृत्व में दिल्ली से सीबीआई की टीम यहां पहुंची है. 31 जनवरी तक इन सभी 10 लोगों के टेस्ट होने हैं. बता दें कि 2013 में डहरिया हल्द्वानी का रहने वाला नितिन अपने 9 दोस्तों के साथ गोला नदी के किनारे दोस्त का जन्मदिन मनाने गया था. इसी बीच नहाते समय नितिन टम्टा की डूबने से मौत हो गई थी. जिसके बाद नितिन के परिजनों ने हल्द्वानी कोतवाली में हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था.
7 दोस्तों को लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए रुद्रपुर फॉरेंसिक प्रयोगशाला लाया गया
पुलिस ने जांच में बताया कि नितिन की डूबने से मौत हुई थी लेकिन इसके बाद परिजनों ने कोर्ट में दोबारा जांच के लिए प्रार्थना पत्र लगाया. जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर सीओ के नेतृत्व में घटना के वक्त मौजूद 7 दोस्तों को लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए रुद्रपुर फॉरेंसिक प्रयोगशाला लाया गया. जहां पर उनका टेस्ट किया जा रहा है.
दूसरा बहुचर्चित मामला हल्द्वानी पूनम पांडे हत्याकांड
वहीं दूसरा बहुचर्चित मामला भी हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र का है. जहां 27 अगस्त की देर रात अज्ञात बदमाशों ने एक घर पर धावा बोलकर गोरापड़ाव की रहने वाली पूनम पांडे की हत्या कर दी थी जबकि उसकी बेटी अर्शी पांडे को बुरी तरह जख्मी कर दिया था.
सबसे महत्वपूर्ण गवाह अर्शी भी बार-बार अपने बयान बदल रही
मामले में जिले की पुलिस ने कई टीमें गठित कर दर्जनों लोगो से पूछताछ भी की लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. वहीं इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण गवाह अर्शी भी बार-बार अपने बयान बदल रही है. जिसके बाद अब नैनीताल पुलिस ने घटना के खुलासे के लिए अर्शी सहित अन्य दो सस्पेक्ट लोगों के पॉलीग्राफ और लाई डिटेक्टर टेस्ट टेस्ट करने का फैसला किया. जिसके चलते आज उन्हें रुद्रपुर लाया गया.