नैनीताल (मोहम्मद यासीन) : नैनीताल में शीतकाल की पहली ओलावृष्टि ने आम जनजीवन को ध्वस्त करके रख दिया है। स्कूलों में परीक्षाएं होने के कारण छात्र छात्राओं को स्कूल जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
नैनीताल के आसमान में आज सवेरे से ही बादलों का कब्जा था। 8 बजते बजते हल्की वर्ष के बाद ओलावृष्टि शुरू हो गई। ओलावृष्टि इतनी तेज हो गई कि उसने पूरे शहर को सफेद चादर में लपेट लिया। रोजमर्रा के दैनिक कार्य करने वाले लोगों को दूध, अखबार, सब्जी, राशन आदि लाने में ठंड, फिसलन और गीले का सामना करना पड़ा। स्कूली बच्चों को सड़क में ओले भरे होने के कारण चलने में समस्या हो रही थी। गाड़ियां भी फिसलन होने की वजह से अटक गई, जिसके कारण छोटे बच्चों को भी पैदल स्कूल जाना पड़ा। ओले पड़ने सवेरे 9 बजे तक जारी रहे जिसकी वजह से बच्चों को ऐसे में ही स्कूल जाना पड़ा। मौसम की इस पहली ओलावृष्टि ने नैनीताल शहर के लोगों के लिए दिक्कतों का पहाड़ खड़ा कर दिया।