विभिन्न मांगों को लेकर ग्राम प्रधानों ने शुक्रवार को सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर तालाबंदी कर दी। प्रधानों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पंचायतों को कमजोर करने की दिशा में काम कर रही है। पंचायतों के बजट में जबरदस्त कटौती की गई। इसकी वजह से विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मान ली जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
शुक्रवार को ग्राम प्रधान नारेबाजी करते हुये रुड़की विकास खंड मुख्यालय पर पहुंच गये। यहां पर उन्होंने ब्लाक मुख्यालय पर तालाबंदी करते हुये सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ तो पंचायतों को सशक्त करने के दावे किये जा रहे हैं तो दूसरी ओर पंचायतों को कमजोर किया जा रहा है। पहले सरकार की ओर से 14 वें वित्त के बजट में कटौती की गई। इसके बाद सरकार ने राज्य वित्त के बजट में कटौती की है। इससे विकास कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो गये हैं।
पंचायतों के पास इस समय इतना भी बजट नहीं है कि वह नाली या सड़क आदि का निर्माण करा सके। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं मान लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। साथ सरकार को भविष्य में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में इसके परिणाम भुगतने होंगे। प्रधानों ने मानदेय भी 10 हजार रुपये प्रतिमाह किये जाने की मांग की। वही भगवानपुर में भी ग्राम प्रधानों कर ओर तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया।