चारधाम यात्रा के दौरान बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने को लेकर विरोध देखने को मिल रहा है। विरोध को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने शुक्रवार को सचिवालय में बैठक ली।
- Advertisement -
चारों धाम श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने का हो रहा विरोध
चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने को लेकर विरोध हो रहा है। श्रद्धालुओं की सीमित संख्या करने का तीर्थ पुरोहित, होटल व्यवसायी और टूर ऑपरेटरों ने विरोध किया है। इस विरोध को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने शुक्रवार को बैठक ली है।
विरोध को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने ली बैठक
चारधाम यात्रा में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा से जुड़े होटल व्यवसायियों, तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक ली है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में जितनी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे थे। इस बार उससे अधिक आने की संभावना है। लिहाज़ा सरकार हर स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में कपाट खुलने से पहले बिजली- पानी की व्यवस्था को सुचारू कर दिया जाए।
- Advertisement -
यात्रा के लिए अपर मुख्य सचिव ने दिए अहम निर्देश
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और भी सुलभ बनाए जाने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर पूरे देश में सकारात्मक संदेश जाए उस दिशा में हम सबको को सामूहिक प्रयास करना होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश दुनिया में हमारे प्रदेश की छवि पर्यटन प्रदेश कि रूप में है ऐसे में हम सबको को इस बात को ध्यान रखना होगा कि जो भी यात्री प्रदेश में आए वह एक अच्छा अनुभव लेकर वापस जाए।
चारधाम यात्रा के लिए गुरुवार तक 2 लाख 12 हज़ार से अधिक पंजीकरण
बैठक में सचिव पर्यटन श्री सचिन कुर्वे ने कहा जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए गुरुवार तक 2 लाख 12 हज़ार से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। चारधाम यात्रियों को पंजीकरण के लिए 65 दिनों का समय दिया गया है। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा हेतु ऑन कॉल पंजीकरण और व्हास्ट्सएप्प के माध्यम से पंजीकरण की व्यवस्था भी लागू की गई है।