लक्सर (गोविंद सिंह) मिल में गन्ना फेल किए जाने से नाराज किसान ने मिल अधिकारियों के सामने ही जहर खा लिया। किसान को सरकारी अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया गया जिसके बाद किसान की हाल गंभीर बनी हुई है.
वहीं कार्रवाई न करने से गुस्साए किसानों ने एक बार फिर से मिल परिसर में हंगामा किया…जिस पर फैक्ट्री प्रशासन ने लक्सर कोतवाली से पुलिस फोर्स बुलाई. हालात बिगड़ते देख लक्सर एसडीएम कोशतुभ मिश्र भी मौके पर पहुंचे औऱ किसानों को लक्सर एसडीएम और लक्सर सीओ के आश्वासन के बाद कोतवाली बुलाया गया…जहां फैक्ट्री प्रसासन और किसानों के बीच वार्ता हुई…करीब 4 घंटे वार्ता चलने के बाद फैक्ट्री प्रशासन ने किसान के साथ उचित न्याय करने का आश्वासन दिया और कहा इस मामले में जो भी कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी…
साथ ही लक्सर एसडीएम ने कहा कि किसानों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा. किसानों को गन्ना तुलाई में जाम जैसी सुविधाओं से जो जूझना पड़ता है उसे दूर किया जाएगा और जिस तरह की समस्याएं किसानों को होती हैं उन सभी को दूर किया जाएगा लक्सर एसडीएम ने बताया कि किसानों द्वारा रखी गई मांगों पर फेक्ट्री प्रशासन की ओर से सहमति दे दी गई है और किसानों और फेक्ट्री प्रशासन के बीच समझौता हो गया है
निरीक्षकों ने किसान के गन्ने को फेल बताकर उतरवाने से किया मना
शुक्रवार देर शाम लक्सर के कुड़ी भगवानपुर गांव निवासी किसान रफल सिंह (55) पुत्र अतर सिंह गन्ने से लदी ट्रैक्टर ट्राली लेकर लक्सर चीनी मिल में आया था। करीब 36 घंटे के बाद रविवार सुबह नंबर आने पर किसान तोल कराने के बाद जैसे ही क्रेन पर पहुंचा तो वहां मौजूद निरीक्षकों ने उसके गन्ने को फेल बताकर उतरवाने से मना कर दिया। किसान के मिन्नतें करने पर भी वे गन्ना लेने को राजी नहीं हुए। इससे नाराज किसान ट्राली वहीं छोड़कर बाजार गया और वहां से जहर खरीद कर वापस मिल में पहुंच गया। इसके बाद उसने मिल के अधिकारियों को दिखाकर वहीं जहर खा लिया।
सुबह पौने दस बजे खाया जहर
किसान ने सुबह करीब 9.45 बजे जहर खाया था। पर सहायक गन्ना आयुक्त व आयुक्त को 12 बजे भी इसकी जानकारी तक नहीं थी। 12 बजे के बाद उत्तराखंड किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष महकार सिंह ने फोन पर आयुक्त गन्ना एवं चीनी उद्योग ललित मोहन रयाल से बात की तो उन्हें इसकी जानकारी हुई। इसके बाद गन्ना विभाग के अधिकारियों के फोन घनघनाने शुरू हुए।