देहरादून- नई दिल्ली में मातृभूमि सुरक्षा पर वार्षिक सम्मेलन के दौरान उत्तराखण्ड़ पुलिस को फिक्की स्मार्ट पॉलिसिंग अवॉर्ड्स 2018 से सम्मानित किया गया है। अनिल के रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड तथा अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड, महोदय द्वारा अवॉर्ड प्राप्त करने के लिए साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून को शुभकामनाएं दी है।
नई दिल्ली द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस के साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून को ई-सुरक्षा चक्र प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित कर साईबर क्राईम से सम्बन्धित अपराधों (एटीएम क्लोनिंग, क्रिप्टो करेंसी, वेबसाईट हैकिंग, सोशल मीडिया सम्बन्धी फ्रॉड आदि) में जांच अधिकारियों की कार्यक्षमता बढ़ाने एवं साईबर क्राईम सम्बन्धी अपराधों का तेजी एवं गुणात्मक रूप से सफल अनावरण करने के क्षेत्र में किये गये सराहनीय कार्यों के लिये फिक्की स्मार्ट पुलिस अवार्ड से सम्मनित किया गया। उत्तराखण्ड पुलिस की ओर से रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा विजय गोयल, राज्य मंत्री, संसदीय मामलों और सांख्यिकी से उक्त सम्मान/पुरस्कार ग्रहण किया गया। इस अवॉर्ड को पाने के लिए विभिन्न राज्य पुलिस बलों और अर्धसैनिक बलों की तरफ से कुल 211 प्रविष्टियां आयी थी, जिनमें से उत्तराखण्ड पुलिस को इस अवॉर्ड के लिए चुना गया।
रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ के नेतृत्व में तथा अजय सिंह अपर पुलिस अधीक्षक,एसटीएफ व कैलाश पंवार, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ के पर्यवेक्षण में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून ने ई-सुरक्षा चक्र प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा कुल 5 चरणों में लगभग 750 जांच अधिकारियों एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों को उक्त प्रशिक्षण प्रदान किया है।
रिधिम अग्रवाल ने बताया कि ई-सुरक्षा चक्र प्रशिक्षण कार्यक्रम की गुणवत्ता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय द्वारा उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के 02 चरण और आयोजित करने हेतु निर्देशित किया गया है, जिसमें लगभग 300 जांच अधिकारियों एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
ई-सुरक्षा चक्र की प्रशिक्षण टीम निम्नवत है- मारूत शाह, भारत शाह, पंकज पोखरियाल, सन्दीप नेगी, उपनिरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल, राजीव सेमवाल, विनोद चैरसिया, निर्मल भट्ट, मुख्य आरक्षी विनोद बिष्ट, सुनील भट्ट, सुरेश आरक्षी पवन उस्मान, मुकेश, रवि बोरा, हेमन्त पुरी, कादर खान, मोहन असवाल और सन्देश।