उधम सिंह नगर जिले के खटीमा से बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर किसानी झंडे लगा जिलाधिकारी कार्यालय रुद्रपुर के लिए रवाना हुए। किसानों ने मांग की है कि दिल्ली जाने वाले किसानों के लिए रास्ते खोले जाएं।
सड़कों पर नजर आया ट्रैक्टरों का रेला
खटीमा से जब सितारगंज चौराहे से होते हुए अमरिया चौराहा होते हुए किसान ट्रैक्टर मार्च के माध्यम से अपनी मांगों को जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए जैसे ही निकले तो सड़कों पर सिर्फ किसानी झंडों से सजे ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर नजर आए। काफी दूर तक सिर्फ ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर दिखाई दे रहे थे।
किसानों की मांगों को तीन साल बाद भी नहीं किया पूरा
किसान नेता मलूक सिंह ने बताया की 13 महीनों तक चले किसान आंदोलन के दौरान जिन मांगों को केंद्र सरकार ने मानते हुए तीन काळा कानून आपिस लेने के साथ ही अन्य मांगों को भी पूरा करने का अशासन दिया था। उन मांगों को साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया गया।
बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोकना बर्दाश्त से बाहर
किसान नेता का कहना है कि अब जब दोबारा किसान अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए पंजाब सहित अन्य राज्यों से दिल्ली के लिए निकले हैं तो हरियाणा की भाजपा सरकार ने जिस तरह बॉर्डरों पर बैरिकेटिंग कर किसानों को रोका है वो बर्दाश्त से बाहर है।
किसानों ने मांग की है कि या तो सरकार किसानों की मांगों को मानें या फिर उनके दिल्ली जाने के लिए रास्ता खोले। किसान अपने हक़ के लिए दिल्ली के लिए निकला है इस तरह किसानों का रास्ता रोकना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इसी के विरोध में आज जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा उनकी मांगों को केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा।