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देहरादून: चुनाव आयोग की 2022 के विधानसभा चुनावों में बूथों पर कैमरों के जरिए सीधी नजर रखेगा। उत्तराखंड के ऐसे करीब 50 प्रतिशत से अधिक बूथ होंगे, जिन पर आयोग की सीधी नजर रहेगी। इन पर बकास्टिंग के जरिये नजर रखी जाएगी। बूथों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी चल रही है। राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय तैयारियों में जुट गया है।
इस बार चुनाव में नई एम थ्री इवीएम मशीन उपयोग में लाई जाएंगी। इसके लिए 18400 नई इवीएम और वीवी पैट मशीनें आ चुकी हैं। इन मशीनों पर इन दिनों मतदाताओं को वोट डालने की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही इनके संचालन की जानकारी निर्वाचन अधिकारियों को देने के लिए मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किए जा रहे हैं। प्रदेश में इस बार आयोग ने बूथों की संख्या में भी इजाफा किया है। कोरोना की गाइडलाइन का अनुपालन करने के लिए इस बार एक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाताओं से ही मतदान कराया जाएगा। कई बूथ ऐसे हैं जहां 1200 से अधिक मतदाता हैं। इस कारण प्रदेश में बूथों की संख्या में इजाफा किया गया है।
विधानसभा चुनावों में बूथों की संख्या 1024 थी। अब एक बूथ पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या तय करने के बाद 623 नए बूथ बनाए गए हैं। ऐसे में बूथों की कुल संख्या 11647 हो गई है। चुनावों को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए आयोग ने इस बार मतदान की प्रक्रिया पर भी नजर रखने का निर्णय लिया है। आयोग ने बीते चुनावों में शुरु की गई वेबकास्टिंग की सफलता को देखते हुए इस बार 50 प्रतिशत बूथों को इसके दायरे में लाने का निर्णय लिया है।
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यानी आयोग मतदान के दिन इन बूथों पर होने वाली गतिविधियों पर सीधे नजर रख सकेगा। हर दूसरा बूथ आयोग की निगरानी में होगा। इसके लिए इन दिनों सीसी कैमरों की खरीद की जा रही है। चुनाव नजदीक आते ही इन्हें लगाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी मस्तूदास ने बताया कि इस बार सभी अति संवेदनशील, संवदेनशील और सुदूरवर्ती क्षेत्रों के सभी बूथों को वेबकास्टिंग के दायरे में लाया जाएगा। इसके अलावा शेष बूथों पर भी इन्हें लगाया जाएगा। प्रयास यह रहेगा कि हर मतदान केंद्र में कम से कम एक बूथ से वेबकास्टिंग की जा सके।