देहरादून : देहरादून में नशे के दलदल में फंसे नव युवकों को इससे बाहर निकालने के लिए दून पुलिस ऑपरेशन सत्य अभियान चलाए है। जिसमे अभी तक कई नशे की लत लगाए बैठे युवाओं को नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया और कइय़ों की काउंसलिंग की गई। वहीं आज डीआईजी ने ऑपरेशन सत्य अभियान के मद्देनजर आज समीक्षा बैठक ली जिसमे डीआईजी ने नोडल अधिकारी को निर्देश जारी किए।
आज सोमवार को डीआईजी और देहरादून एसएसपी ने जिले में नशे के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान “ऑपरेशन सत्य” की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान ऑपरेशन सत्य के दौरान की जा रही अध्यावधिक विवरण से नोडल अधिकारी-पुलिस अधीक्षक क्राइम लोकजीत सिंह ने बताया कि अभियान के अन्तर्गत जो छात्र या नव युवक नशे के दलदल में फंस गए थे उन्हें काउन्सलिंग मेडिटेशन और नशा मुक्ति केन्द्रों में निशुल्क भर्ती कराकर नशे के दलदल से बाहर निकालने की लगातार कोशिश की जा रही है। काउन्सलिंग कराये जा रहे व्यक्तियो का अलग से डोजर तैयार कराया जा रहा है।
बता दें कि 1 अक्टूबर से जिले में नशे की प्रवृत्ति पर पूरी तरह से अंकुश लगाने और नशे को ज़ड़ से मिटाने के लिए ऑपरेशन सत्य अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के संचालन के लिए 8 अक्टूबर को पुलिस लाइन्स स्थित कोविड-19 कण्ट्रोल रूम में ही एक मिनी कण्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। मिनी कण्ट्रोम रूम में हेल्पलाईन टेलीफोन लेण्ड लाईन नंंबर 0135-2722100 और व्हट्सएप नंबर 9997954800 स्थापित किया गया। इन नम्बरों पर मिलने वाली शिकायतों पर कार्यवाही की जा रही है औऱ 26 अक्टूबर को पुलिस लाइन्स में कांउसलिगं के लिए ‘आपरेशन सत्य डिस्कसन कार्यालय’ स्थापित किया गया ।
जनपद के 21 थानों पर नियुक्त समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को ऑपरेशन सत्य का हिस्सा बनाया गया, जिसमें थानों द्वारा करीब 900 नशे से पीड़ित व्यक्तियों को चिन्हित कर थाना स्तर पर तीन बार कांउसलिगं/रेस्क्यू कराये गए है। नशे की सप्लाई वचन रोकने के लिए लगातार जनपद पुलिस द्वारा प्रभावी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है अभियान के दौरान अब तक कुल 151 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं वह कुल 160 नशा तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं वह करीब एक करोड़ 38 लाख रकम की अवैध मादक पदार्थ पकड़े गए हैं अभियान के प्रचार प्रसार हेतु जनपद के विभिन्न स्थानों पर होल्डिंग बैनर फ्लेक्स पंपलेट स्टीकर लगाए गए हैं जिससे लगातार जनता को जागरूक किया जा रहा है