बिहार में बागेश्वर धाम वाले बाबा की रौनक है। उनकी कथा को सुनने के लिए लाखों की तादाद में लोग पुंच रहे हैं। इस बीच उनके बयान ने सियासत में बवाल मचा दिया है। फेसबुक पर लाइव आकर एक यूजर के हिन्दू राष्ट्र कैसा होगा इस सवाल बाबा ने जो जवाब दिया उससे राजनीति में बवाल मच गया है।
बागेश्वर धाम के बयान ने मचाया बवाल
दरअसल फेसहुक लाइव में एक यूजर के हिन्दू राष्ट्र कैसा होगा के सवाल पर बागेश्वर धाम के बाबा ने कहा कि जिस दिन भारत के दो तिहाई सनातनी हिन्दू जग जाएंगे और अपने मत का और अपना अधिकार समझने लगेंगे, उस दिन हिन्दू राष्ट हो जाएगा। उन्होने कहा कि न तो हम राजनेता हैं और न ही किसी का समर्थन करते हैं। हिन्दू राष्ट्र हम पेपर पर नहीं, हिन्दू राष्ट्र हम हृदय में चाहते हैं ताकि हमारी संस्कृति सुरक्षित रह जाए। वहीं अब उनके इस बयान से राजनीति में हलचल देखी जा रही है।
JDU के मुख्य प्रवक्ता ने कहा संसद जाएं
वहीं अब जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है उन्होनें कहा कि कर्नाटक में इनका प्रभाव क्यों नहीं फैला, उन्हें यह बताना चाहिए। ऐसा लग रहा है कि कर्नाटक में लोगों ने इनका आशीर्वाद ठीक से नहीं लिया। धर्मगुरुओं का काम यह नहीं है। उन्हें स्वामी विवेकानंद के बारे में पढ़ लेना चाहिए। स्वामी विवेकानंद देश के आइकोन माने जाते हैं। अच्छा रहेगा उनके लिए। ऐसे विषय पर देश के संविधान को अधिकार दिया गया। धर्म गुरुओं को ऐसे विषयों पर बोलने का अधिकार नहीं है। पहले संसद में जाएं फिर ऐसा बयान दें। दो-तिहाई लोंगो का पैमाना क्या होगा। सोशल मीडिया पर बोलने से नहीं होगा, इसके लिए संसद में जाना पड़ेगा।
राजद नेता ने कहा क्या संविधान ही बदल दें
वहीं राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली और महात्मा गांधी की कर्मस्थली रही है। जनता खुद को भगवान का दूत बताने वाले लोगों को ऐसा एजेंडा नहीं चलाने नहीं देगी। भारत संविधान और कानून से चलने वाला राष्ट्र है। मैं उनसे पूछता हूं कि हिंदू राष्ट्र को बनाने के लिए क्या संविधान को ही बदल देंगे।