देहरादून : महिला को सम्मोहित कर लाखों के गहने ठगने वाले दो शातिर ठगों को नेहरुकॉलोनी पुलिस ने कानपुर से गिरफ्तार किया.
दरअसल 15 मार्च 2019 को शिकायतकर्ता देवेश्वरी फोनिया पत्नी, बख्तावर सिंह नेहरू कॉलोनी निवासी ने थाना नेहरू कॉलोनी पर शिकायत दर्ज कराई. शिकायतकर्ता ने बताया कि पति के साथ नेहरू कॉलोनी में फिजियोथेरेपी के लिए गई थी. जहां उसके पति फिजियोथेरेपी करा रहे थे और वो दवा लेने के लिए बाहर गली में आई थी कि गली में उसे एक आदमी दिखा जिसने उसे किसी बाबा के बारे में पूछा और उसी समय एक अन्य आदमी वहां पर आया जो स्वयं को बाबा बता रहा था. जिन्होंने वादिनी को सम्मोहित किया और आदमी के पति का इलाज करने के बहाने वादिनी के समस्त गहने जेवरात उतरवा दिए.
गहने उतार कर उन्हे एक थैले में रखने को कहा- पीड़िता
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि गहने उतार कर उन्हे एक थैले में रखने को कहा. वो उनकी बातों में आकर समस्त गहने को ही थैले में रखा. उन्होंने वादिनी के गहने लेकर एक दूसरा लिफाफा पकड़ा दिया. उस समय वादिनी नहीं समझ नहीं पाई घर जाकर देखा कि थैले में गहने नहीं है. तब वादिनी को स्वयं के साथ ठगी का एहसास हुआ कि उसके साथ दोनों व्यक्तियों द्वारा ठगी की गई है. इस पर वादिनी ने थाना नेहरू कॉलोनी पर अज्ञात ठगों के विरोध मुकदमा अपराध संख्या 78/19 धारा 406 /420 आईपीसी दर्ज कराया।
कार का नंबर किया ट्रेस, आरसी आरटीओ से प्राप्त की गई
मामले में वरिष्ठ अधिकारी ने तुरंत घटना की जानकारी लेते हुए जांच के लिए निर्देश दिए. निर्देशानुसार थाना स्तर पर थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी के नेतृत्व में टीम गठित की गई और टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. वहीं इस दौरान पुलिस को सफलता हाथ लगी. सीसीटीवी फुटेज में दोनों ठगी करने वाले व्यक्ति कैपचर हुए जिसके बाद पुलिस ने दोनों की फोटोस सर्कुलेट की औऱ ट्रैक करते हुए पुलिस टीम को मौके से आरोपियों को कार में जाते हुए देखा गया जिस पर पुलिस टीम ने उश कार को ट्रैक किया और शहर के समस्त सीसीटीवी फुटेज को कलेक्ट कर कार का नंबर ट्रेस किया गया. कार के नंबर को ट्रेस करने के बाद नंबर लखनऊ का आया जिस पर पुलिस टीम द्वारा कार की आरसी आरटीओ से प्राप्त की गई.
लखनऊ में पता चला दोनों आरोपी कानपुर में
वहीं वरिष्ठ उपनिरीक्षक के नेतृत्व में एक टीम लखनऊ रवाना हुई. लखनऊ से जानकारी मिलने पता चला कि आरोपी कानपुर में हैं जिस पर नेहरू कॉलोनी पुलिस टीम लखनऊ से कानपुर रवाना हुई. वहीं मुखबिर की सूचना और पुलिस की सतर्कता से दोनों आरोपियों को 24 मार्च यानी रविवार को गिरफ्तार किया गया.जिनके पास से मौके से गहने भी बरामद हुए.
दोनों से पूछताछ करने बताया कि वह इसी प्रकार की ठगी करते हैं. बताया कि उन्होंने 15 मार्च को देहरादून में आकर ठगी की घटना को अंजान दिया था. वहीं आरोपी जिस कार से देहरादून आए हैं उस कार को भी पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया है जिन्हें पुलिस टीम द्वारा आज नेहरू कॉलोनी थाने पर लाया गया है.
दोनों आरोपी शातिर ठग है
पुलिस ने जानकारी में बताया कि दोनों आरोपी शातिर ठग हैं जिनके विरुद्ध पश्चिम उत्तर प्रदेश एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है. बदमाशों के विरुद्ध लखनऊ रायबरेली एवं अन्य जगह कई आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनका आपराधिक इतिहास प्राप्त किया जा रहा है.
अभियुक्त गणों से पूछताछ का विवरण
दोनों को आज मान. न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा.
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम
1.. रहमत अली उर्फ मन्नान वारसी पुत्र स्वर्गीय लल्लन वारसी निवासी कुंदनगंज थाना बछरावां जिला रायबरेली उत्तर प्रदेश उम्र 32 वर्ष
2.. असगर पुत्र सुभानी निवासी कुंदनगंज थाना बछरावां जिला रायबरेली पूर्वी उत्तर प्रदेश उम्र 23 वर्ष
बरामद माल का विवरण
1. एक मंगलसूत्र सोने का
- एक लेडीज कड़ा सोने का
3. दो लेडी चूड़ी सोने की
4. दो लेडीज अंगूठी सोने की
5.एक जोड़ी कानों की बाली सोने की
6. घटना में प्रयुक्त कार अल्टो
लखनऊ से उत्तराखंड आए, हरिद्वार में भी की ठगी की कोशिश लेकिन
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो जाति से मंसूरी है और 12 मार्च को को लखनऊ से उत्तराखंड के लिए निकले थे औऱ 13 मार्च को हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार में होटल लेकर रुकें. 14 मार्च को हरिद्वार में भी घटना को अंजाम देने की कोशिश की लेकिन असफल रहे. 15 मार्च की सुबह हरिद्वार से देहरादून आए और देहरादून में नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में कार को पार्क के किनारे खड़ी कर घूमने लगे. जिसके बाद वो ठगी के लिए महिलाओं की तलाश करने लगे और काफी देर तलाश करने पर उक्त महिला दिखी जिस पर योजना के अनुसार उक्त दोनों लोगों द्वारा महिला को अपनी बातों में लाकर उसके पति का इलाज करने के बहाने दोनों ने उसके गहने उतरवा लिए . साथ ही उसके समस्त जेवरात रख लिए औऱ कार से लखनऊ के लिए फरार हो गए।
पुलिस टीम
थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी
वरिष्ठ उपनिरीक्षक राकेश शाह
उप निरीक्षक सुनील पवार
कांस्टेबल दीप प्रकाश
कॉन्स्टेबल गंभीर
कॉन्स्टेबल विजय
कॉन्स्टेबल मनमोहन
कांस्टेबल आशीष एसओजी कॉन्स्टेबल प्रमोद एसओजी