रामनगर में मां दुर्गा के प्रसिद्ध धाम गर्जिया धाम के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। पिछले ढाई साल से मंदिर के टीले को बचाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण मां गर्जिया के धाम के टीले पर फिर से दरारें बढ़ने लगी है।
गर्जिया मंदिर के टीले में फिर बढ़ने लगी हैं दरारें
पिछले ढाई साल से आस्था का केंद्र गर्जिया मंदिर के टीले में दरारें पड़ रही हैं। अब एक बार फिर से दरारें बढ़ने लगी हैं। जिस से मां गर्जिया के धाम पर फिर से संकट मंडराने लगा है। दरारें बढ़ने से लोगों में हड़कंप मच गया है।
बता दें कि सिंचाई विभाग ने पिछले साल तो मंदिर के टीले को तिरपाल से पूरी तरह से ढका था। जिस वजह से दरारें कम हो गई थी। लेकिन इस बार इसे आधा अधूरा ढक दिया गया। जिसके चलते लगातार हुई बारिश से टीलें में दरारें आ गई हैं।
ढाई साल पहले से मंदिर में आ रही हैं दरारें
गर्जिया मंदिर के टीले पर दरारें पहली बार ढाई साल पहले फरवरी 2021 में देखने को मिली थी। जिसके बाद से इसे बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रशासन ने काफी चौड़ी दरारें दिखने के बाद मंदिर के टीले को बचाने की कवायद शुरू की। कवायद तो अभी भी जारी है लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
टीले के दरकने की हैं संभावना
मंदिर के टीले में पड़ी दरारों में पानी जाने से टीले के दरकने की संभावना रहती है। गर्जिया मंदिर के टीले को बचाने के लिए 9.5 करोड़ की डीपीआर बनाकर शासन को भेज दी गई है। डीपीआर का शासन में प्रस्तुतीकरण भी किया जा चुका है। इसके बाद अब जल्द ही आपदा प्रबंधन की तकनीकी कमेटी की टीम गर्जिया पहुंचकर सर्वे करेगी।