देहरादून – राज्य में उद्यान महकमे के अधिकारियों ने सीएम त्रिवेंद्र रावत की नसीहत पर अमल किया तो तय है आने वाले वक्त में अखरोट उत्तराखंड के किसानों की आमदनी का बड़ा जरिया बन जाए।
आज उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में अखरोट की अत्याधिक सम्भावनाएं हैं। लिहाजा सूबे में कागजी अखरोट की खेती को बढ़ावा देने होगा।
रावत ने इसके लिये अधिकारियों को दो मॉडल फार्म विकसित करने के आदेश देते हुए कहा कि, इन फार्म्स को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तर्ज पर विकसित किया जाए। वहीं रावत ने कहा कि इन फार्म्स के विकसित होने के बाद राज्य के दूसरे इलाकों में अखरोट फार्म्स विकसित किए जाएं।
इसके साथ ही साथ राज्य के किसानों को अच्छी नस्ल के कागजी अखरोटों की पौध मुहैय्या करवाई जाए। साथ ही इस बात का ख्याल रखा जाए कि किसानों को दी जाने वाली पौध की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
इस मौके पर सीएम रावत ने जहां पानी के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर दिया वहीं अखरोट की पौध की गुणवत्ता के लिए महकमें को जिम्मेदारी लेने की हिदायत दी । साथ ही सीएम रावत ने अखरोट को राज्य का भविष्य बताते हुए इसके विकास के लिए एक्ट बनाने की बात भी कही ।