डोईवाला(जावेद हुसैन)- विश्वजल दिवस के मौके पर सीएम त्रिवेंद्र रावत के विधानसभा क्षेत्र से पानी की बर्बादी का पैगाम आ रहा है। आलम ये है कि कहीं पानी से किसान परेशान हैं तो बिना पानी के किसानों में कोहराम है।
जी हां दरअसल कान्हारवाला से नुन्नावाला के खेतों को जोड़ने वाली जमानों पुरानी नहर अब बदहाल हो चुकी है। जिसके चलते नहर कई जगह क्षतिग्रस्त होकर किसानों को परेशान कर रही है।
जबकि इस नहर से तकरीबन 1200 हेक्टयर जमीन की सिंचाई होती है। किसान जगतार सिंह और मनीष सिंह की माने तो कहीं टूटी हुई नहर से निकलता बेशुमार पानी किसानों के घर आंगन में घुसकर किसान और उसके मवेशियों को परेशान कर रहा है तो कहीं किसान की फसलें पानी की कमी के चलते सूखे की चपेट में आ रही हैं।
फसलों के लिए जरूरी पानी टूटी-फूटी के नहर के चलते जरूरमंद खेतों में पूरी मात्रा में नहीं पहुंच रहा है। लिहाजा जहां पानी रिस रहा है वहां किसान की फसल जरूरत से ज्यादा पानी की वजह से खराब हो रही है तो कही घर आंगन में पानी भर जाने से किसान और उसके जानवर चोटिल हो रहे हैं।
स्थानीय किसान दर्शन सिंह की माने तो जगह जगह से टूटी हुई सिंचाई नहर को बनवाने के लिये वे सालों से किसान नेताओ और राजनेताओं से लेकर अधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन सरकारी मशीनरी की सुस्त चाल के चलते अभी तक इस इस नहर का उद्धार नहीं हुआ है।