सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन के हीरोस् रैट माइनर्स को सीएम आवास में सम्मानित किया। सीएम धामी ने कहा कि रैट माइनर्स ने वो नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया था।
सीएम धामी ने किया रैट माइनर्स को सम्मानित
मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रैट माइनर्स को सम्मानित किया। रैट माईनर्स ने सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बता दें कि सिलक्यारा में सुंरग का एक हिस्सा धंसने के कारण 41 मजदूर अंदर ही फंस गए थे। जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन 17 दिनों तक चला था।
नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया था रैट माइनर्स ने
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रैट माइनर्स के लिए आयोजित किए गए सम्मान समारोह में कहा कि रैट माइनर्स ने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया था। बता दें कि सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन पर सीएम धामी खुद नजरें बनाए हुए थे। सीएम धामी ने सिलक्यारा में रहकर मजदूरों का हौसला बनाए रखा।
कौन हैं रैट माइनर्स ?
रैट माइनर्स का नाम सुनकर आपके दिमाग में एक ही सवाल आ रहा होगा कि ये कौन हैं और कैसे काम करते हैं ? रैट शब्द यानी चूहा इनके नाम से ही इनके काम का अंदाजा लगाया जा सकता है। रैट माइनर्स चूहे की तरह कम जगह में तेज खुदाई करने वाले विशेषज्ञ हैं। रैट माइनर्स सुंरग के अंदर खुदाई करते हैं। सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में 41 जिंदगियां बचाने में रैट माइनर्स ने अहम भूमिका निभाई थी।