गौरीकुंड में हुए भूस्खलन में चौथे दिन भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। जिला प्रशासन समेत रेस्क्यू टीम की ओर से लापता लोगों की खोज जारी है। लगातार बारिश के चलते रेस्क्यू अभियान में भी रुकावट आ रही है। फिलहाल अभी तक किसी लापता का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
मलबे के ढेर में जारी है जिंदगी की तलाश
भूस्खलन में लापता हुए 20 लोगों की खोज जारी है। लापता लोगों की खोज के लिए घटनास्थल से लेकर श्रीनगर डैम तक एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ समेत पुलिस होमगार्ड के जवान जुटे हुए हैं।
इसके अलावा ड्रोन कैमरा से भी लापता लोगों की खोजबीन की जा रही है। बता दें रविवार सुबह रेस्क्यू टीमों ने हाइड्रा मशीन की मदद से मलबे के ढेर को कई बार पलटा लेकिन कुछ नहीं मिला।
62 सदस्यीय रेस्क्यू टीम तैनात
एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवान मंदाकिनी नदी के मध्य हिस्से तक भी पहुंचे लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। बता दें केदारनाथ में बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने से रेस्क्यू करने में भी दिक्कतें आ रही है। अभी तक 62 सदस्यीय रेस्क्यू टीम ने 40 किमी तक खोज अभियान चला चुकी है। लेकिन कमयाबी हाथ नहीं लगी है।
रेस्क्यू अभियान में आ रही दिक्कत
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि पौड़ी, नई टिहरी और हरिद्वार जिला प्रशासन व पुलिस से भी अपने-अपने क्षेत्र में लापता लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू अभियान चलाने के लिए सहयोग मांगा गया है।
वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि कठिन परिस्थितियों में लापता लोगों की खोजबीन के लिए अभियान चल रहा है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
बता दें गुरुवार देर रात भारी भूस्खलन होने से 23 लोग इसकी चपेट में आ गए थे। इसमें से शुक्रवार को तीन नेपाली मूल के लोगों का शव बरामद कर लिया गया था। जबकि हादसे में लापता 20 लोगों की तलाश अभी भी जारी है।