देहरादून। मुख्यमंत्री हरीश रावत जब सोमवार की सुबह हाथ में ग्लोव्स पहने और मुंह पर सर्जिकल मास्क लगाए कांवली रोड की मलिन बस्तियों में नालियों से गंदगी निकाल रहे थे तो सभी के मन में ये सवाल जरूर कौंध रहा था कि अगर मुख्यमंत्री की सफाई के दौरान इतनी गंदगी निकल रही है तो नगर निगम ने अब तक क्या किया?
दरअसल डेंगू से प्रभावित देहरादून में पुलिस विभाग ने सफाई अभियान रखा था। इस अभियान में मुख्यमंत्री हरीश रावत भी सहयोग देने पहुंचे थे। ये अभियान मुख्य रूप से कांवली रोड पर बाल्मिकी बस्ती में चलाया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत हाथ में ग्लोव्स पहने, मुंह पर मास्क लगाए फावड़ा लेकर जुट गए नालियों की सफाई में। बजबजाती नालियों को फावड़े से मुख्यमंत्री साफ करते रहे। इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी भी वहां मौजूद थे। सीएम को फावड़ा हाथ में उठाए देख पुलिस अधिकारी भी लग गए सफाई में।
इस दौरान अच्छी खासी सफाई हो गई। लेकिन ये सफाई ये बताने के लिए काफी थी कि इस बस्ती में साफ सफाई का काम ठीक नहीं हो रहा है। डेंगू के बावजूद शहर के तमाम इलाकों में सफाई का यही हाल है। नगर निगम ने न नालियां साफ कराईं और न ही सफाई के लिए कोई विशेष अभियान चलाया। हां, इतना जरूर है कि डेंगू फैलने के बाद अब फागिंग कराई जा रही है। हालांकि इस मसले पर सीएम हरीश रावत ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।