देहरादून : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने फेल छात्रों को बड़ी राहत दी है। बोर्ड ने उन्हें अपना भविष्य संवारने का एक और मौका दिया है। इसके तहत बीते साल फेल छात्रों के पास इस साल संस्थागत रूप से यानी रेगुलर मोड में स्कूल से पढ़ाई पूरी करने का मौका होगा। बोर्ड का यह फैसला दसवीं और बारहवी दोनों बोर्ड से जुड़े छात्रों के लिए प्रभावी होगा।
सीबीएसई द्वारा हाल में लिए गए इस फैसले के अनुसार जो छात्र बीते साल दसवीं या फिर बारहवीं बोर्ड परीक्षा में फेल हो गए थे, उन्हें इस साल भी रेगूलर मोड में पढ़ने का मौका दिया गया है। ऐसे छात्र अपने पुराने स्कूल या फिर नए स्कूल में एडमिशन प्राप्त कर दोबारा परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। बोर्ड ने स्कूलों को नए निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जो छात्र 2017 में दसवीं और बारहवीं में फेल हो गए थे वे रेगुलर अभ्यर्थी के रूप में बोर्ड से मान्यता प्राप्त किसी भी स्कूल में फ्रेश ऐडमिशन हासिल कर रेगुलर मोड में पढ़ाई कर सकते हैं।
बोर्ड के नियमों पर गौर करें तो अभी तक फेल हुए छात्र केवल प्राइवेट मोड में अपनी पढ़ाई आगे बढ़ा सकते थे। लेकिन इस फैसले के बाद बोर्ड ने फेल छात्रों को स्कूल में बाकी बच्चों के साथ ही पढ़ाई करने का मौका दिया गया है।
सीबीएसई देहरादून रीजन के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि बोर्ड का मकसद है कि बच्चे को शिक्षा का पूरा अधिकार मिले। नियमों के तहत प्राइवेट मोड में परीक्षा देने का प्रावधान अभी भी है। लेकिन स्कूल अपने विवेक पर छात्र को रीएडमिशन के तहत दाखिला देता है तो ऐसे बच्चे रेगुलर मोड में पढ़ाई करेंगे। बोर्ड को इसपर कोई आपत्ति नहीं है। 31 अगस्त से पहले स्कूलों को रीएडमिशन अथवा डायरेक्ट एडमिशन का पूरा ब्योरा रीजनल ऑफिस भेजना होगा।