आज संसद के बजट सत्र का समापन हो गया है। समापन सत्र में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर अपने विचार रखे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले 25 सालों में ये देश विकसित बनकर रहेगा। ऐसा जज्बा देश में पैदा हो चुका है जहां पर हर बच्चा बोलता है कि आने वाले 25 सालों में देश को विकसित बनाकर रहेंगे।
लोकसभा में समापन सत्र में पीएम मोदी ने कहा, ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे। ऐसा बहुत कम होता है कि सुधार और प्रदर्शन दोनों होते हैं और हम परिवर्तन को अपनी आंखों के सामने देख सकते हैं। देश 17वीं लोकसभा के माध्यम से इसका अनुभव कर रहा है और मेरा विश्वास है कि देश 17वीं लोकसभा को आशीर्वाद देना जारी रखेगा।
ओम बिरला की तारीफ
इस दौरान पीएम मोदी ने ओम बिरला की तारीफ की। उन्होनें कहा कि आप सदैव मुस्कुराते रहे हैं। आपकी मुस्कान कभी फीकी नहीं पड़ी। आपने कई मौकों पर संतुलित और निष्पक्ष तरीके से इस सदन का मार्गदर्शन किया, इसके लिए मैं आपकी सहारना करता हूं। गुस्से, आरोप- प्रत्यारोप के क्षण आए लेकिन आपने धैर्यपूर्वक स्थिति को नियंत्रित किया और सदन चलाया और हमारा मार्गदर्शन किया। मैं इसके लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।
ट्रांसजेंडर को दी पहचान और सम्मान की जिंदगी
वहीं पीएम मोदी ने ट्रांसजेंडर्स का जिक्र करते हुए बोला कि हमने ट्रांसजेंडर को पहचान और सम्मान की जिंदगी दी। उन्हें मुद्रा के जरिए आसानी से मिला, उन्हें पद्म सम्मान भी दिया गया।
नारी शक्ति वंदन का किया जिक्र
पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन का जिक्र करते हुए कहा कि हाल ही में बदले गए आपराधिक कानूनों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हम 75 सालों तक अंग्रेजों की दी गई भारतीय दंड संहिता में ही जीते रहे। हम गर्व से कहेंगे, देश 75 साल दण्ड संहिता में जिया हो लेकिन आने वाली पीढ़ी न्याय संहिता में जिएगी। यही सच्चा लोकतंत्र हैं। नया सदन का प्रारंभ ऐसे काम से हुआ है जो भारत के मूलभूत मान्यताओं को बल देता है, वो है नारी शक्ति वंदन अधिनियम (महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण) है।