लक्सर: तीन दिन पहले रुड़की और देहरादून और लक्सर रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने का धमकीभरा पत्र मिला था। उसके बाद से रेलवे और जीआरपी लगातार नजर बनाए हुए है। धमकी मिलने के बाद जीआरपी एडिशनल एसपी मनोज कुमार कात्याल के नेतृत्व में भारी पुलिस बल आज अचानक लक्सर रेलवे स्टेशन पहुंच गया। भारी पुलिस बल और जीआरपी को देखकर लोग भी कुछ देर के लिए घबरा गए। हालांकि बाद में जब उनको पता चला कि सुरक्षा को लेकर एहतियातन चेकिंग की जा रही है, तो लोगों ने राहत की सांस ली।
28 अप्रैल को रुड़की रेलवे स्टेशन मास्टर को मिला था एक धमकी भरा पत्र
दअरसल, 28 अप्रैल को रुड़की रेलवे स्टेशन मास्टर को एक धमकी भरा पत्र मिला था, जिसमें रुड़की लक्सर हरिद्वार और देहरादून स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। पत्र को गंभीरता से लेते हुए जीआरपी और पुलिस लगातार अभियान चला रही है। लक्सर रेलवे स्टेशन पर आज भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ बारीकी से चेकिंग अभियान चला गया। अभियान में लक्सर रेलवे पुलिस और लक्सर पुलिस शामिल रही।
रेलवे सुरक्षा बल के एडिशनल एसपी मनोज कात्याल, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजन सिंह, एसडीएम सोहन सिंह सैनी ने मिलकर लक्सर रेलवे स्टेशन का मुआयना किया। वहां पर खामियों का पता लगाया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खामियों को देर करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
लक्सर रेलवे स्टेशन चारों ओर से खुला है। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का कोई पुख्ता बंदोबस्त नहीं हैं। वहीं, स्टेशन के शहर से अलग होने के कारण भी दिक्कतें हैं। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए शहर के बीच से होकर जाना पड़ता है। स्टेशन तक पहुंचने वाली सड़क संकरी तो है ही, काफी व्यस्त भी रहती है। जिस कारण इस रोड पर अक्सर जाम लगा रहता है। ऐसे कि मसी हादसे की स्थिति में उसे पिनटना मुश्किल तो होगा ही। बडा संकट भी खड़ा हो सकता है। इसके लिए वैकल्पिक मार्ग बनाए जाने पर विचार किया जा सकता है।