भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। धरने पर बैठते हुए उन्होंने वन मंत्री पर अपमानित करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही वो डीएफओ अभिलाष और डीएफओ कुंदन कुमार के ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं।
वन मंत्री के आवास के बाहर धरने पर बैठे बीजेपी विधायक
कुर्ला से भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल अपनी मांगों को लेकर वन मंत्री सुबोध उनियाल के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने डीएफओ अभिलाष और डीएफओ कुंदन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए उनके ट्रांसफर की मांग की है। उन्होंने कहा है कि दोनों डीएफओ आम जनता के बेवजह चालान करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने विकास कार्य न करने का भी आरोप लगाया है।
वन मंत्री पर अपमानित करने का आरोप
बताया जा रहा है कि पुरोला विधानसभा में कुछ समय से नए नियमों के कारण यहां आने वाले सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण पिछले कुछ दिनों से स्थानीय टूरिस्ट गाइड और होटल, तथा होम स्टे संचालक सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज दुर्गेश्वरलाल विवाद के समाधान के लिए वन मंत्री से बात करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन असफल वार्ता के बाद वो उनके आवास पर ही बैठ गए।
मैंने नहीं किया जाति सूचक शब्दों का प्रयोग – वन मंत्री
भाजपा विधायक दुर्गेश लाल के द्वारा वन मंत्री सुबोध उनियाल की आवास के बाहर धरने पर बैठने पर वन मंत्री का बयान सामने आया है। वन मंत्री का कहना है कि भाजपा विधायक दुर्गेश लाल उनके पास डीएफओ के ट्रांसफर के संबंध में आए थे।
जिस पर उन्होंने एक हफ्ते के भीतर जांच करने के लिए प्रमुख वन संरक्षक को लिखा था। लेकिन उन्होंने जिस लेटर पर जांच के लिए निर्देश दिए थे विधायक दुर्गेश लाल के द्वारा उस लेटर को उनके सामने फाड़ दिया गया। भाजपा विधायक का ये व्यवहार उचित नहीं है। जहां तक वो जाति सूचक शब्दों का आरोप लगा रहे हैं तो उन्होंने किसी भी तरीके से कोई अपशब्द उनके लिए नहीं कहे हैं।