देहरादून : उत्तराखंड से एक गजब की खबर है जिसे पढ़ आप भी कहेंगे कि अगर पेड़ों को बचाने और सरंक्षण का वादा कोई पूरा कर रहा है तो वो है उत्तराखंड राज्य। जी हां उत्तराखंड वन विभाग ने साफ कर दिया है कि अब सड़क, मकान, दुकान आदि के लिए पेड़ नहीं काटे जाएंगे बल्कि इनका तबादला होगा। वन विभाग के अनुसार मकान और सड़क-दुकान बनने की स्थिति में पेड़ों को काटा नहीं बल्कि पेड़ों का ट्रांसलोकेट होगा। यानी की पेड़ों को जड़, मिट्टी सहित उखाड़कर दूसरी जगह लगाया जाएगा ताकि पेड़ को काटना न पड़े औऱ पेड़ जिंदा रहे।
आपको बता दें कि प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने आदेश जारी करते हुए कहा कि किसी आवासीय योजना आदि के लिए पेड़ों को काटने से पहले पेड़ों को ट्रांसलोकेट किया जाएगा। यह काम बिल्डर करेगा और डीएफओ तथा वन उप निदेशक की देखरेख में यह काम होगा।प्रमुख वन सरंक्षक ने वन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो इसमें तकनीकी सहयोग दें। अगर शहरी क्षेत्र में जमीन उपलब्ध नहीं है तो सबसे निकट की वन भूमि में इन पेड़ों को ट्रांसलोकेट करना होगा।
प्रमुख वन संरक्षक का कहना है कि पेड़ों को काटने और उनके ट्रांसलोकेट में पारदर्शिता जरूरी है। जयराज ने इसके लिए डीएफओ या एसडीओ की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन का सुुझाव दिया है। इस कमेटी में गैर सरकारी संगठनों, पर्यावरणविदें को शामिल किया जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि एक सप्ताह से अधिक का समय हो तो पेड़ों को काटने, ट्रांसलोकेट आदि की जानकारी विभागीय वेबसाइट, नोटिस बोर्ड या पब्लिक डोमेन में प्रदर्शित की जाएगी।