केदारनाथ उपचुनाव को लेकर इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। भारतीय जनता पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। बीजेपी की एश्वर्या रावत ने बिना टिकट के ही उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र खरीद लिया है। जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल देखने को मिल रही है।
बिना टिकट ही ऐश्वर्या रावत ने खरीदा नामांकन पत्र
केदारनाथ उपचुनाव कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए दिन पर दिन और भी महत्वपूर्ण होता जा रहा है। जहां केदारनाथ उपचुनाव के पहले कांग्रेस में गुटबाजी देखने को मिल रही है तो वहीं बीजेपी में भी बगावत के सुर तेज हो गए हैं। भाजपा नेत्री और शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत ने बिना टिकट के ही नामांकन पत्र खरीद लिया है।
उत्तराखंड बीजेपी में बगावत के सुर तेज
बीजेपी में बगावत की चर्चाओं के बीच ऐश्वर्या रावत के नामांकन पत्र खरीदने की खबर से बगावत की बातों को और भी हवा मिल गई है। उनके नामांकन पत्र खरीदने के बाद तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन फिर भी बीजेपी में बगावत तो तय ही है। क्योंकि अगर भाजपा केदारनाथ उपचुनाव के लिए ऐश्वर्या रावत को टिकट देती है तो दावेदारों की लिस्ट में सबसे आगे रहे कुलदीप रावत निर्दलीय चुनाव लड़ बगावत कर सकते हैं।
बता दें कि इस से पहले विधानसभा चुनाव में कुलदीप रावत ने निर्दलीय चुनाव लड़ कांग्रेस और बीजेपी दोनों को कड़ी टक्कर दी थी। अगर बीजेपी कुलदीप रावत को अपना उम्मीदवार बनाती है तो ऐश्वर्या रावत निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं क्योंकि वो नामांकन पत्र खरीद चुकी हैं। इस से इतर अगर किसी और को प्रत्याशी बनाया जाता है तो भाजपा को दो लोगों की बगावत एक साथ देखने को मिल सकती है। जो कि पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है।
अब तक कुछ 6 प्रत्याशियों ने खरीदे नामांकन पत्र
रिटर्निंग अधिकारी 07-केदारनाथ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ विधान सभा उप निर्वाचन के लिए नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने और प्राप्त करने के चौथे दिन किसी भी प्रत्याशी द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि आज चौथे दिन एक प्रत्याशी ऐश्वर्या रावत द्वारा नामांकन पत्र खरीदा है। अब तक कुल छह प्रत्याशियों द्वारा नामांकन पत्र खरीदे गए हैं।