त्यौहारों के पास आने के साथ नकली सामान की बिक्री भी मार्केट में देखने को मिलती है। ऐसे में दिवाली (Diwali 2024) जैसे बड़े त्यौहार में नकली मिठाईयों का मार्केट खूब फलता फूलता है। आज कल बाजार में आपको अधिकतर चीजें मिलावटी देखने को मिलेंगी। त्यौहारों में ये चीज काफी आम हो जाती है।
खासतौर पर मिठाईयों में त्यौहारों के समय जमकर मिलावट की जाती है। बड़ी-बड़ी शॉप हो या फिर लोकल दुकानें, हर जगह आपको मिलावटी मिठाई देखने को मिल सकती हैं। ऐस में अगर आप इन मिलावटी मिठाईयों से बचना चाहते है तो मिठाई को लेने से पहले उसे चेक कर लें। आज हम आपको इन्ही तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप असली और नकली मिठाई के बीच फर्क कर सकते हो।
मिलावटी और नकली मिठाई की पहचान
दीपावली पर मिलावटी मिठाईयों को खाकर आप बीमार भी पड़ सकता है। मिठाई में मिलावट उसकी साम्रगी से की जाती है। मिठाई बनाते वक्त मावा, दूध, चांदी का वर्क, तेल, घी और चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं में ही मिलावट की जाती है। उदाहरण के लिए कुछ शॉप वाले चांदी के वर्क में एल्युमीनियम मिला देते है। तो वहीं दूध में कलर, यूरिया और यहां तक की वांशिग पाउडर तक मिला दिया जाता है। मावा के लिए अरारोट और मैदा तो वहीं घी में चर्बी मिलाकर मिलावट की जाती है।
मिठाई के रंग से करें पहचान
त्यौहारों में रंग-बिरंगी मिठाईयां बिकती हैं। ऐसे में इनमें हानिकारक कलर मिलाए जाते है। ऐसे में आप रंग वाली मिठाईयों को खरीदने से बचे। अगर आप फिर भी रंग-बिरंगी मिठाईयां ले रहे है तो उसका एक पीस अपने हाथ में ले और चेक करें। अगर आपके हाथ में कलर लग रहा है तो समझ जाइए मिठाई में काफी ज्यादा कलर मिक्स किया गया है।
मिलावटी मावा
अगर आप मावे से बनी मिठाई ले रहे है तो वो मिलावटी है या नहीं इसका पता एक आसान से टेस्ट से किया जा सकता है। इसके लिए आयोडीन की दो बूंदें डालें। अगर रंग काला हुआ तो समझ जाएं इसमें मिलावट की गई है। इसके अलावा खोया चिकना ना होकर दानेदार है तो उसमें भी मिलावट हो सकती है।
नकली वर्क की पहचान
मिलावट के लिए मिठाई में नकली वर्क लगाया जाता है। इसकी पहचान करने के लिए आपको मिठाई पर लगे वर्क को जलाना है। अगर वर्क असली होगा तो इसकी छोटी गोली बन जाएगी। अगर नकली हुआ तो वर्क का रंग ग्रे हो जाएगा।
बासी मिठाई की पहचान
दिवाली पर मिठाईयों की डिमांड बढ़ने की वजह से कई दिनों पहली ही बनने लगती हैं। ऐसे में मिठाई खरीदते समय चेक करें कि मिठाई बासी या पुरानी तो नहीं है। ये आप चखकर कर सकते है। खराब, बदबू आना या मिठाई कड़ी होना ये सब पुरानी और बासी मिठाई के लक्ष्ण है। केसर वाली मिठाईयों के लिए पानी डायलकर चेक करें। रंग निकले तो समझ जाए ये कलर है।