हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ के जरिए जल्द ही जड़ी बूटी पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा ग्रंथ प्रकाशित करने जा रहा है। इस बात की जानकारी पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने दी है। आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया है कि ये ग्रंथ जड़ी बूटी पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा ग्रंथ होगा। उन्होंने बताया कि पिछले 13 साल से दुनिया का जड़ी बूटी पर आधारित सबसे बड़ा ग्रंथ लिखा जा रहा है। वर्ष 2021 में होने वाले कुंभ से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा। करीब 100 संस्करणों वाली इस किताब का प्रकाशन पूरा हो जाएगा और कुंभ के दौरान लगने वाले अलग-अलग कैंप में इन संस्करणों का विमोचन प्रतिदिन कराया जाएगा। मुख्य स्नान वाले दिन छोड़ दिए जाएंगे।
आचार्य बालकृष्ण इन दिनों दिव्य योग मंदिर कनखल में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। बुधवार को कनखल में ही प्रवास के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि विश्व भेषज संहिता अब तक का दुनिया में जड़ी बूटियों पर आधारित सबसे बड़ा ग्रंथ है।
इसके पहले संस्करण का विमोचन दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। अब करीब 150 वैज्ञानिक और आयुर्वेदाचार्य दुनियाभर के पौधों और बूटियों को तलाश करते हुए दिन रात इस ग्रंथ के संस्करणों को लिखने में जुटे हैं।उन्होंने बताया कि विश्व भेषज संहिता में करीब 65000 पौधों का जिक्र है।