देहरादून: उत्तराखंड में एकबार फिर मौसम ने अपने तेवर बदल लिए हैं। चमोली जिले के चांई गांव में बादल फटने से गोशाला में बंधे कर्इ मवेशियों के मरने की खबर है। घरों के आसपास मलबा भी एकत्र हो गया है, जबकि सड़क, खेतों और पैदल मार्ग को भारी क्षति पहुंची है। गनीमत रही कि घटना में किसी तरह की कोर्इ जनहानि नहीं हुर्इ है। हालांकि, शासन प्रशासन बादल फटने की इस घटना से इंकार कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर नैनीताल जिले के लालकुंआ क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत हो गर्इ है।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में सुबह से ही मौसम के मिजाज तल्ख हैं। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल में बारिश होने से अलग-अलग जगह मार्गों पर मलबा आ गया है। वहीं चमोली जिले में अतिवृष्टि के बाद बादल फटने की बड़ी घटना सामने आ रही है। माना जा रहा है कि बादल गुरुवार की देर रात चांर्इ गांव में फटा है। इससे गोशाला, खेतों और सड़क मार्ग को भारी क्षति पहुंची है। साथ ही कर्इ जानवरों के मरने की सूचना भी है।
बादल फटने की घटना के बाद गांव के ऊपर पहाड़ी से निकल रहा नाला तीन हिस्सों में बंट गया है। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। इस घटना के बाद से ही लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। गनीमत है इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुर्इ है।