उत्तरकाशी : उत्तराखंड के लोग अंजान शख्स से लेकर उत्तराखंडवासी की मदद के लिए हमेशा से आगे आएं हैं. उत्तराखंड की जनता ने हमेशा दूसरों का दर्द समझा है…एक मां का, एक पिता का दर्द महसूस कर मदद की है. सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की दरकार लगाने वाले माता-पिता औऱ बेटियों के दर्द को प्रदेश की जनता समेत बाहर के लोगों ने समझा औऱ अब तक उनकी मदद के लिए आगे आएं हैं. जिसके बाद एक बाऱ फिर से उत्तराखंड की एक औऱ बेटी को आप सब की प्रदेश वासियों की मदद की जरुरत है. और इस गुहार का असर होता दिख रहा है जी हां काजल की मदद के लिए लोग आगे आने लगे हैं.
काजल दिल्ली रवाना
खबर है कि काजल को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया है. वहीं काजल के इलाज के लिए हाथ भी आगे बढ़ने लगे हैं. लोगों ने अपने मनमर्जी राशि देकर काजल की मदद करना शुरु कर दी है.
मदद के लिए आगे आ रहे उत्तराखंड के लोग
जी हां जिला पंचायत के सदस्य दीपक बिजलवाण ने मानवता दिखाते हुए काजल की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं और काजल के इलाज के लिए 50 हजार की राशि काजल की मां के खाते में ट्रांसफर की है जिसकी पुष्टि काजल की मां ने की है. और कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने काजल की मदद की है. साथ ही क्षेत्रीय विधायक ने 10 हजार की मदद की है…जिससे एक बार फिर काजल के माता-पिता की और काजल को रोशनी की कीरण दिखी है. उनको उम्मीद हैकि उनकी बेटी का इलाज हो पाएगा और वो जल्द ठीक हो जाएगी.
KHABAR UTTARAKHAND ने की दीपक बिजलवाण से बात, कहा- आगे भी करेंगे काजल की मदद
हमारे देश को राज्य को दीपक बिजलवाण जैसे युवा नेताओं की जरुरत है जो की लोगों की, मुसीबत में फंसे लोगों की, गरीबों की पीड़ा को समझते हैं औऱ मदद के लिए आगे आते हैं, दीपक बिजलवाण ने जब खबर उत्तराखंड ने बात की तो उन्होंने बताया कि आगे भी वो काजल की मदद करते रहेंगे. मिजी जानकारी के अनुसार जिल पंचायत के सदस्य दीपक इससे पहले भी कई बेसहारा, गरीब और मुसीबत में फंसे लोगों की आर्थिक रुप से मदद करेे चुके हैं.
उत्तरकाशी की काजल को मदद की जरुरत
दरअसल उत्तरकाशी में विकासखण्ड पुरोला के ठडूंग की रहने वाली 18 वर्षीय काजल गंभीर बिमारी से जूझ रही है. मिली जानकारी के अनुसार काजल के गले में हुआ फोड़ा नासूर बनता जा रहा है. काजल के पिता एक मामूली से किसान हैं और मां गृहणी हैं, बेटी के इलाज के लिए वो 6 लाख खर्च कर चुकें हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। काजल के इलाज के लिए पैसों की जरुरत है लेकिन काजल के माता पिता के पास अब कुछ नहीं बचा. काजल के पिता ने बेेटी के इलाज के लिए अपने खेत और मां ने सभी गहने बेच दिए हैं लेकिन फिर भी काजल का नासूर बना गले का फोड़ा ठीक नहीं हुआ है.
आगे पढ़ाई करने में असमर्थ काजल, गले में गंभीर फोड़ा
आपको बता दें कि काजल ने 12वीं पास कर बीए में एडमिशन लिया है लेकिन गले में गंभीर फोड़ा होने के कारण वो पढ़ाई करने में असमर्थ है. पिता को भरोसा है कि उनकी बेटी एक दिन जरुर उनका नाम रोशन करेगी. लेकिन काजल के भविष्य के बीच ये नासूर फोड़ा आ रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार काजल विगत 11 माह से बीमार है। काजल के पिता पप्पू लाल किसान हैं औऱ माता प्रमिला गृहणी है। काजल उनकी चार संतान में सबसे बड़ी है। काजल की एक बहन सुचिता हाईस्कूल पढ़ती है जबकि दो भाई सचिन और अरुण हाईस्कूल और नवीं में पढ़ाई कर रहे हैं।
मां-बाप ने बेचे खेत और गहने
काजल की मां का कहना है कि वो अभी तक बेटी के इलाज में 6 लाख खर्च कर चुके हैं जिसके लिए उन्होंने अपने खेत और बेच दिए हैं. खेत बेचकर 1 लाख 30 हजार रुपये ही जुड़ पाए और 1 लाख 20 हजार रुपयों का बंदोबस्त गहने बेचकर हुआ. कुछ मदद रिश्तेदारों ने की. काजल की मां ने बताया कि वो काजल को विकासनगर, देहरादून, दिल्ली, देहरादून में दिखा चुके है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
क्षेत्र के विधायक राजकुमार ने 10 हजार का दिया सहयोग
वहीं आपको बता दें कि काजल के इलाज के लिए क्षेत्र के विधायक राजकुमार ने 10 हजार का सहयोग दिया है। काजल को मदद की जरुरत है. काजल को सरकार से औऱ प्रदेशवासियों से मदद की जरुरत है काजल की मां ने सरकार से औऱ उत्तराखंड के लोगों ने मदद की गुहार लगाई है.
अगल आप भी उत्तराखंड की बेटी काजल की आर्थिक मदद करना चाहते हैं तो काजल की मां के खाते में रकम डालकर मदद करिए.
प्रमिला (काजल की मां)
पंजाब नेशनल बैंक में खाता संख्या 2780000100085924
कृपया मदद करने से पहले (खाते में पैसे ट्रांसफर करने से पहले) एक बार अच्छे से जानकारी ले लें औऱ सत्यता को भी जांच लें…
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