उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है और यहां की शांत वादियों और स्वच्छ वातावरण से हर कोई वाकिफ है और प्रभावित है…सुरक्षा औऱ मित्र पुलिस को देखते हुए लोग अपने बच्चों को यहां पढ़ने भेजते हैं…लेकिन कुछ लोगों ने देवभूमि को शर्मसार और कंलकित करने का काम किया है…जिसमें पुलिस से लेकर शिक्षण संस्थान भी शामिल हैं. देवभूमि के रुड़की शिक्षा का हब कहा जाता है जहां देशभर से छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने आते हैं…लेकिन बड़ा सवाल ये है कि मां-बाप ने अपनी बच्चियों को तो यहां पढ़ने भेज दिया लेकिन क्या उनकी बेटियां यहां सुरक्षित है???क्योंकि कई दिनों से रुड़की में एक मामला गरमाया हुआ लेकिन इसमें पुलिस सुस्त है और कॉलेज प्रबंधन बेफिक्र है…जबकि झारखंड निवासी छात्रा पिता संग दर-दर भटक रही है. इस दौरान पुलिस के कामों और रवैये पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. ये मामला काफी बड़ा है ऐसे में सवाल ये भी है कि अभी तक एसएसपी ने इस मामले का संज्ञान क्यों नहीं लिया.
क्या कॉलेज से मिली है पुलिस?,इंसाफ के लिए मित्र पुलिस के आगे हाथ जोड़ रही छात्रा
माता पिता अपने बच्चों को देवभूमि जैसे शांत वातावरण में अच्छी शिक्षा के लिए भेजते हैं लेकिन इस परेशान छात्रा को देखकर अब हर कोई माता-पिता अपने बच्चों को देवभूमि पढ़ने भेजने से पहले दस बार सोचेंगे. और बात करें मित्र पुलिस की तो ऐसे में पुलिस का फर्ज बनता है लोगों को परेशानियों को हल करने का लेकिन इसमें कहीं न कहीं पुलिस के मिलीभगती की बू भी आ रही है. जी हां कई लोगों का कहना है कि पुलिस क़ॉलेज प्रबंधन से मिली है इसलिए कार्यवाही से बच रही है. क्या प्रदेश में ऐसे हालात हो गए हैं कि अब शिकायतकर्ता वो भी एक छात्रा को इंसाफ के लिए पुलिस के आगे हाछ जोड़ने पड़ रहे हैं.
छात्रा पुलिस के आगे हाथ जोड़कर लगा रही इंसाफ की गुहार, पुलिस का सुस्त रवैया
इन दिनों रूड़की इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में अपना भविष्य बनाने आई छात्रा परेशान है जो पिता के संग दर-दर भटक रही है लेकिन उसका साथ न तो कॉलेज प्रबंधन दे रहा है औऱ न ही पुलिस…पुलिस का भी सुस्त रवैया देखने को मिल रहा है. आप देख सकते हैं कि कैसे छात्रा पुलिस के आगे हाथ जोड़कर इंसाफ की गुहार लगा रही है लेकिन पुलिस बेफिक्र सी नजर आ रही है…पुलिस के रवैए से साफ पता चल रहा है कि पुलिस छात्रा के मामले को लेकर कितनी गंभीर है.
सीनियर छात्रों पर रैगिंग करने और छेड़छाड़ का आरोप
दरअसल रूड़की इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी की एक छात्रा ने अपने सीनियर छात्रों पर रैगिंग करने और छेड़छाड़ का आरोप लगाया है औऱ पुलिस को शिकायत की है लेकिन पुलिस ने कोई भी लिखित तहरीर न देने की बात कही जबकि छात्रा का कहना है कि उसने तहरीर दी थी. छात्रा का साथ न तो पुलिस दे रही है और न ही कॉलेज प्रशासन.
पुलिस पर झूठ बोलने का आरोप
छात्रा रूड़की की भगवानपुर पुलिस से तीन दिन से इन्साफ की मांग कर रही. पीड़ित छात्रा को इसीलिए मायूस होकर वापस लौटना पड़ा है पीड़ित छात्रा ने कॉलेज के साथ साथ भगवानपुर पुलिस पर भी कार्यवाही नहीं करने और झूठ बोलने के आरोप लगाए है छात्रा का कहना है की कॉलेज में जो उनके साथ घटना हुई है उसकी शिकायत उन्होंने लिखित में भगवानपुर पुलिस को दी थी लेकिन पुलिस कार्यवाही करने की बजाये झूठ बोल रही है पुलिस का कहना है की उनको लिखित शिकायत नहीं मिली है जबकि मेने खुद पुलिस को लिखित शिकायत दी है छात्रा ने कहा की पुलिस से उन्हें इस तरह की उम्मीद नहीं थी।
कॉलेज प्रशासन मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रहा है- छात्रा
पीड़ित छात्रा ने कॉलेज के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा की वह इस कॉलेज से बहुत नाखुश है और कॉलेज में किसी ने भी उनका साथ नहीं दिया है. कहा कि कॉलेज प्रशासन झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रहा है. छात्रा का कहना है कि वो इस कॉलेज में नहीं पढ़ना चाहती बस फीस वापस चाहती हैं. लेकिन तब भी उस पर अन्य छात्राओं के द्वारा मुक़दमे कराने की बात कहकर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है. छात्रा ने कहा की कॉलेज में जब से उन्हें परेशानी हुई थी वो तभी से कॉलेज से नाखुश थी इसीलिए उन्होंने कॉलेज को छोड़ दिया है।
छात्रा बीटेक प्रथम वर्ष की झारखंड निवासी
बता दें की रूड़की इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में बीटेक प्रथम वर्ष की झारखंड निवासी एक छात्रा ने तीन दिन पहले अपने सीनियर छात्रों पर रैगिंग करने का आरोप लगाया था जिसकी शिकायत छात्रा ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस से की थी पुलिस से लिखित शिकायत करने की सूचना से कॉलेज हड़कंप मच गया…जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने उन्हें अचानक ही छुट्टी पर भेजने के लिए रूड़की रेलवे स्टेशन भेजा जहाँ से ट्रेन में बैठा दिया गया…लेकिन छात्रा लक्सर रेलवे स्टेशन पर उतर गई और आज कॉलेज वापस लौट आई. सूचना मिलते ही भगवानपुर पुलिस भी कॉलेज पहुँच गई. घंटों चली बातचीत के बाद छात्रा ने कॉलेज छोड़ दिया और वापस जाने का फैसला किया हैं।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल, एसएसपी को लेना चाहिए संज्ञान
मामला काफी गंभीर है और काफी बढ़ गया है…और इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं…ऐसे में एसएसपी को जरुर इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए…ताकि पुलिस अधिकारी इसे गंभीरता से लेते हुए छात्रा की पुकार सुने और देवभूमि की पुलिस मित्र पुलिस का नाम साकार कर सके साथ ही देशभर के बच्चे उत्तराखंड पढ़ाई के लिए आते रहे…और मामले की निष्पक्षता से जांच करें…दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दें. ब