देहरादून : सहसपुर पुलिस ने एक ऐसा मामले का खुलासा पुलिस ने किया जिसके बारे में जिसने भी सुना और देखा वो हैरान है. जी हां एक पति ने आठ साल बाद लौटी पत्नि से छुटकारा पाने के लिए उस मौते क घाट उतार दिया…पति-पत्नी के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाले इस घिनौने काम को अंजाम देते हुए आरोपी को अपने बच्चों पर भी दया नहीं आई. पुलिस ने हत्यारे पति को गिरफ्तार करते हुए इस मामले का खुलासा किया.
आठ साल बाद लौटी पत्नी से चाहता था छुटकारा
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शादी के आठ साल बाद पहली पत्नी उसके पास लौट आई थी जिससे वह छुटकारा पाना चाहता था जिसके लिए मौत के घाट उतार दिया. आरोपी ने बताया कि पत्नी सिर पर पत्थर से वार किया और मौत होने तक उसका सिर पानी में डुबोए रख और शव को नदी में फेंक दिया.
महिला के परिजनों की ओर से दर्ज गुमशुदगी की जांच हुई तो पुलिस के सामने आरोपी ने सारा राज उगल दिया। जांच में पता चला कि महिला के शव का एक माह पहले ही अज्ञात के रूप में अंतिम संस्कार किया जा चुका है। शुरूआती जांच और पूछताछ के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
परिजनों ने कराई थी गुमशुदगी दर्ज
दरअसल 25 दिसंबर को जगड़ गांव थाना धरासू जिला उत्तरकाशी निवासी जयंती प्रसाद नौटियाल ने अपनी बेटी मीना देवी (38) की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि मीना का विवाह वर्ष 2001 में मधुसूदन जगूड़ी पुत्र सुरेशानंद निवासी ग्राम जोगत पट्टी थाना धरासू जिला उत्तरकाशी के साथ हुआ था। दोनों वर्ष 2010 तक साथ रहे और उन्हें दो बच्चे भी हुए। एक दिन अचानक मधुसूदन बिना बताए गांव छोड़कर चला गया।
खोजबीन के बाद पता चला कि मधुसूदन देहरादून में फतेहपुर धर्मावाल गांव में रह रहा है। मधुसूदन के बड़े भाई से संपर्क कर उन्होंने 2018 में मीना को बच्चों सहित ग्राम फतेहपुर धर्मावाला में मधुसूदन के पास छोड़ दिया था। कुछ दिन तक उनकी मीना से फोन पर बात होती रही। लेकिन एक माह से उनका मीना से कोई संपर्क नहीं हो पाया। इस संबंध में जब उन्होंने मधुसूदन से संपर्क किया तो उसने बताया कि 22 नवंबर को मीना उत्तरकाशी जाने की बात कहकर निकली थी।
दोनों में अक्सर होते थे झगड़े, टिहरी निवासी महिला से की दूसरी शादी
पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद जांच में पता चला कि बच्चे होने के बाद से ही दोनों के बीच विवाद रहने लगा था। जिसके चलते मधुसूदन पत्नी और दोनों बच्चों को छोड़ दिल्ली चला गया और वहां प्लंबर का काम करने लगा। अक्तूबर 2011 में वह देहरादून आया और यहां उसने दिसंबर 2011 में टिहरी निवासी एक महिला से विवाह कर लिया जो की दोनो सेलाकुई फैक्ट्री में काम करते है औऱ उनका एक बेटा है।
वहीं मीना व बच्चे जब उसके पास आए तो उसने उनके लिए भी एक किराए का मकान ले लिया। मधुसूदन रोजाना उनसे मिलने जाता था.
22 नवंबर की शाम को दिया घटना को अंजाम
आगे आरोपी पत्नी ने बताया कि वह अपनी पहली पत्नी मीना की हरकतों से परेशान होकर ही आठ साल पहले घर छोड़कर गया था। मीना वापस आकर फिर से उसे परेशान करने लगी। बीती 22 नवंबर की शाम करीब सात बजे वह मीना को घूमाने के बहाने धर्मावाला में आसन नदी के पुल के पास ले गया। यहां पहले उसने पत्थर से मीना के सिर पर वार किया और बेहोश होने के बाद करीब 15 मिनट तक उसका मुंह पानी में डुबोए रखा। इसके बाद उसने मीना का शव नदी में फेंक दिया और घर वापस आ गया। घर पर उसने बच्चों को बताया कि मीना उत्तरकाशी चली गई है। पुलिस ने मधुसूदन की निशानदेही पर नदी किनारे से खून से सना पत्थर और मीना के कान का कुंडल और चप्पल बरामद की है।