देहरादून: पुलिस महकमे के भीतर शुरू हुए को लेकर सरकार व शासन गंभीर हो गया है। सरकार ने साफ किया है कि वह कर्मचारियों के हितों के लिए गंभीर है। इसके लिए सबको सहयोग के साथ काम करना होगा। शासन ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुख्यालय से साफ कहा है कि कोई भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महिला दारोगा समेत दो का निलंबन,12 सिपाहियों पर नजर
वहीं, शुक्रवार को आंदोलन को हवा देने के आरोप में महिला दारोगा समेत दो का निलंबन कर दिया गया। इसके अलावा 12 सिपाहियों को चिह्नित उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही, सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को सम्मेलन कर अनुशासन बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस महकमे में वेतन विसंगति समेत अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार से आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय को भी एक गुमनाम पत्र प्रेषित किया गया। इसके साथ ही पुलिस कर्मियों को से जोड़ने की कवायद चल रही थी। चमोली जिले में दो सिपाहियों ने सबसे पहले की कमान संभाली और व्हाट्सएप ग्रुप बनाए। इस पर गत रोज दोनों सिपाही निलंबित कर दिए गए।
टिहरी के घनसाली में तैनात एक महिला दारोगा
शुक्रवार को यह बात सामने आई कि टिहरी के घनसाली में तैनात एक महिला दारोगा ने अपने मोबाइल से के मैसेज को कई ग्रुप में फॉरवर्ड कर दिया। रिपोर्ट मिलने पर एसएसपी टिहरी विमला गुंज्याल ने महिला दारोगा को तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को दी गई है। इसके अलावा अल्मोड़ा में भी एक सिपाही ने ऐसे ही मैसेज को सोशल मीडिया में प्रसारित किया। इस सिपाही को भी निलंबित कर दिया गया है।
सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से जो चीजें आती हैं सरकार उस पर विचार करती है। सरकार को अभी नौ महीने ही हुए हैं। इस दौरान कर्मचारियों व राज्य हित में गंभीरता से आगे बढ़ रही है।
2015 बैच की महिला दारोगा
टिहरी के घनसाली में मैसेज फॉरवर्ड करने वाली दारोगा 2015 बैच की है। अभी महिला दारोगा अंडर ट्रेनिंग ही काम कर रही है। दारोगा की इस हरकत से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। खासकर नई भर्ती महिला दारोगा और सिपाहियों को विशेष रूप से समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।