देहरादून- लगता है किच्छा का किस्सा सियासी पार्टियों के लिए नाक का सवाल बन गया है। कांग्रेस का आरोप है कि किच्छा पुलिस ने एक पक्षीय कार्यवाही की है और सत्ता धारी विधायक के खिलाफ तहरीर देने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
देहरादून के पुलिस मुख्यालय में आज पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह की अगुवाई में कांग्रेसियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने किच्छा पुलिस पर भेदभाव बरतने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही करने की मांग की है। कांग्रेसियों ने कहा है कि, किच्छा में संविधान प्रदत अधिकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन हुआ है।
जहां कांग्रेसी नेता को निजी मुचलके पर रिहा किया गया वहीं स्थानीय विधायक राजेश शुक्ला के खिलाफ कोई कार्यवाही पुलिस ने नहीं की। कांग्रेसियों ने प्रदेश के डीजीपी अनिल रतूड़ी के सामने पूरे किस्से का सिलसिलेवार जिक्र किया।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सरकारी भूमि के खुर्द-बुर्द होने से बचाने के लिए कांग्रेसियों की जायज आवाज को सत्ता के लोग पुलिस के जोर पर दबाना चाहते हैं। जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।