देहरादून- बल्लीवाला फलाईओवर में हो रहे हादसे की सबसे बड़ी वजह ओवर स्पीड और नशा है..जिसको देखते हुए यातायात निदेशक केवल खुराना ने फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए। बुधवार शाम करीब साढ़े छह बजे से साढ़े सात बजे तक एआईजी केवल खुराना बल्लीवाला फ्लाई ओवर पहुंचे। उन्होंने पैदल, बाइक पर और कार पर तीन बार में फ्लाईओवर को अलग अलग तरह से निरीक्षण किया। निरीक्षण के तुरंत बाद उन्होंने एसपी ट्रैफिक धीरेंद्र गुंज्याल को दोनों एक एक पुलिसकर्मी एल्कोमीटर के साथ तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा दोनों ओर स्पीड लिमिट और साइन बोर्ड लगवा दिए गए हैं। इसके अलावा बीच में डिवाइडर लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ओवर स्पीड में आ रही एक आल्टो कार को वहीं रुकवाकर सीज किया। साथ ही इसके चालक सुबोध तोमर का लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए भेज दिया। उन्होंने वहां लगातार स्पीड गन से चेकिंग करने के भी निर्देश दिए।
फ्लाईओवर में ओवरस्पीड और नशा एक्सीडेंट की बड़ी वजह
फ्लाईओवर के कर्व में एक्सीडेंट की सबसे बड़ी वजह ओवरस्पीड और नशा है। एक्सीडेंट शाम छह से साढ़े ग्यारह और सुबह पांच से आठ बजे तक हो रहे हैं। कर्व का डिजाइन नहीं बदला जा सकता। इसलिए यहां चेकिंग और अन्य तरह के उपाय किए जा रहे हैं ताकि एक्सीडेंट ना हों। नशे में मिल चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर डीएल निरस्त किया जाएगा-केवल खुराना, निदेशक यातायात
फलाई ओवर में हुई इतनी मौतें
23 नवंबर- शिवाजी मार्ग निवासी स्कूटी सवार युवक की मौत, साथी गंभीर04 अक्तूबर- ग्राफिक एरा के छात्र और उसके साथी की मौत28 अगस्त- बाइक से गुजर रहे डीएवी के छात्र की मौत19 मार्च- स्कूटर सवार दो युवकों की मौत19 जनवरी- विदेश में पढ़ाई कर रहे दून के छात्र और उसके साथी की मौत
हाईकोर्ट ने दिए 5 जनवरी तक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश
हाईकोर्ट ने देहरादून में निर्माणाधीन फ्लाईओवरों के मामले में प्रमुख सचिव लोनिवि को 5 जनवरी तक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। कहा है कि प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत न करने की दशा में वह व्यक्तिगत रूप से न्यायालय में उपस्थित हों। वरिष्ठ न्यायाधीश राजीव शर्मा व न्यायाधीश आलोक सिंह की खंडपीठ में मामले की सुनवाई हुई।
देहरादून निवासी ने दायर की थी हाईकोर्ट में जनहित याचिका
देहरादून निवासी रवींद्र जुगरान की ओर से इस संबंध में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें कहा है कि देहरादून में निर्माणाधीन फ्लाईओवरों के निर्माण में काफी देरी की जा रही है। इससे क्षेत्र में कई हादसे हो चुके हैं और लोगो को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। याचिकाकर्ता का कहना है कि बल्लीवाला चौक पर बने फ्लाईओवर में लोक निर्माण विभाग की ओर से लापरवाही की गई है। यह फ्लाईओवर केंद्र सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों के अनुसार फोरलेन का स्वीकृत था, लेकिन सरकार ने इसे टू लेन बना दिया है।
यही नहीं इसमें डिवाइडर भी लगा दिए, जिससे कई हादसे भी हो चुके हैं। मामले को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने इस संबंध में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग से फ्लाईओवरों के निर्माण कार्य में हो रही देरी पर जवाब मांगा है। उन्हें प्रगति रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं।