बदरीनाथ धाम : पर्यटन-धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने आज सुबह व्यापारियों एवं तीर्थ पुरोहितों तथा हक-हकूकधारियों से बदरीनाथ महानिर्माण योजना के विषय में बैठक की तथा मास्टर प्लान के संबंध में लोगों की आपत्तियों एवं शंकाओं का निवारण भी किया। इस अवसर पर पर्यटन सचिव ने कहा कि बदरीनाथ महानिर्माण योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में लागू हो रही दूरदर्शी योजना है। महानिर्माण योजना पर 424 करोड़ का बजट प्रस्तावित है,जिससे स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचेगा और बदरीनाथ धाम में यात्री सुविधाओं में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ मास्टर प्लान को केंद्र के सहयोग से लागू हो रही महत्त्वपूर्ण परियोजना है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बदरीनाथ धाम को अधिक आध्यात्मिक नगरी के रूप में सुविधा-संपन्न बनाने के लिए मास्टर प्लान को लागू किये जाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
यात्री सुविधाओं के लिए मास्टर प्लान तीन चरणों में प्रस्तावित
उल्लेखनीय है कि यात्री सुविधाओं के लिए मास्टर प्लान तीन चरणों में प्रस्तावित है। पहले चरण में शेष नेत्र एवं बदरीश झील का सौंदर्यीकरण शामिल है। दूसरे चरण में बदरीनाथ धाम परिसर तथा आसपास के स्थलों का सोंदर्यीकरण तथा विस्तारीकरण होना है। इसके बाद तीसरे चरण में शेष नेत्र से बदरीनाथ मंदिर तक आस्थापथ निर्माण प्रस्तावित है।
पर्यटन सचिव ने किए बदरीनाथ बाबा के दर्शन, पैदल चलकर किया अवलोकन
पर्यटन सचिव ने बदरीनाथ मास्टर प्लान को आध्यात्मिक क्षेत्र बदरीनाथ धाम के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण महायोजना बताया है। इससे पहले पर्यटन सचिव ने बदरीनाथ मंदिर में दर्शन किये तथा व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। बैठक के पश्चात पर्यटन सचिव ने मंदिर के निकटवर्ती स्थानों नारायण पर्वत, मातामूर्ति मार्ग, ब्रह्मकपाल, तप्तकुंड क्षेत्र, बामणी गांव मार्ग आदि स्थानों का पैदल चलकर अवलोकन किया।
इस अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी.सिंह, उप जिलाधिकारी अनिल चन्याल, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल,बदरीनाथ नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित, नगर पंचायत अध्यक्ष अरविंद शर्मा, ब्यापार सभा के विनोद नवानी आदि मौजूद रहे।
विगत रविवार 18 अक्टूबर को पर्यटन सचिव ने तुंगनाथ में एशियन डेवलपमेंट बैंक की सहायता से चल रहे अवस्थापना विकास कार्यों का निरीक्षण किया। रविवार को मंडल(चमोली) जड़ी-बूटी शोध- विकास संस्थान के कार्यों का भी निरीक्षण किया। सोमवार शायंकाल बदरीनाथ पहुंचकर बदरीनाथ मास्टर प्लान के संबंध में अधिकारियों से फीडबैक लिया। आज स्थानीय ब्यापारियों तीर्थ पुरोहितों एवं हक हकूक धारियों से वार्ता की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटन सचिव आज शायं टिंबर सेण (नीति घाटी) रवाना हो गये हैं। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि टिंबरसेण को उत्तराखंड का अमरनाथ कहा जाता है यहां बाबा अमरनाथ की तरह बर्फ के शिवलिंग के दर्शन होते हैं। पर्यटन सचिव मलारी घाटी में पर्यटन विकास की संभावनाओं का भी अवलोकन करेंगे।