चमोली : 8 जून से चारधाम यात्रा के शुरु होने के आसार हैं लेकिन अभी सरकार की ओर से यात्रा शुरु करने का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन इस बीच कई अन्य राज्यों के लोग हैं जो कि लॉकडाउन का उल्लंघन कर उत्तराखंड के धामों की सैर के लिए निकले लेकिन उत्तराखंड पुलिस द्वारा पकड़े गए।
ताजा मामला गौरीकुंड का
जी हां ताजा मामला गौरीकुंड से है जहां माहाराष्ट्र के चार लोग केदारनाथ दर्शन के लिए निकले लेकिन गौरीकुंड में पकड़े गए। हैरानी इस बात की है कि इन्हें रास्ते में न कोई पुलिस मिली न ही किसी भी प्रकार की पुछताछ की गई और न हीं कोई स्वास्थ्य परीक्षण हुआ…क्योंकि अगर की गई होती तो शायद ये लोग पहले ही पकड़े जाते…गौरीकुंड में नहीं। इससे पहले भी कुछ यूपी के लोग नैनीताल घूमने निकले थे लेकिन पकड़े गए।
न कोई पूछताछ और न कोई स्वास्थ्य जांच
मिली जानकारी के अनुसार गौरीकुंड में व्यापार संघ पदाधिकारियों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने रोककर यात्रियों से पूछताछ की। यात्रियों ने बताया कि हरिद्वार से लेकर यहां तक उनसे किसी भी प्रकार की कोई पूछताछ नहीं हुई और न हीं कोई मेडिकल जांच हुई। हालांकि धाम के कपाट बंद होने की जानकारी दिए जाने के बाद ही यात्री वापस लौटे गए। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने पुलिस अधीक्षक को मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से की गई जांच की मांग
जानकारी मिली कि ये चारों लोग महाराष्ट्र से आए थे और सैनिटाइजेशन करने के नाम पर केदारनाथ जा रहे थे। ये बात खुद यात्रियों ने पुलिस को बताई। गोस्वामी ने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी जांच की मांग की गई है।
राज्य और जिले में प्रवेश करना गंभीर लापरवाही-एसडीएम
ऊखीमठ एसडीएम वरुण अग्रवाल ने बताया कि बिना अनुमति और मेडिकल जांच के महाराष्ट्र से चार लोगों का राज्य और जिले में प्रवेश करना गंभीर लापरवाही है। इस बारे में सिरोबगड़ बैरियर पर तैनात कार्मिकों से जानकारी ली जाएगी। जिलाधिकारी वंदना सिंह का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है। पुलिस अधीक्षक से इसकी जाच करवाई जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि बैरियर पर बिना जाच के लिए कैसे ये यात्री गौरीकुंड पहुंच गए। डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं जो कोई भी इसमे शामिल होगा कार्रवाई की जाएगी।