काशीपुर। नोटबंदी से लोगों को भले ही घण्टों लाइनों में लग कर परेशानी उठानी पड़ रही है, लेकिन पुराने नोट बंद होने से आपराधिक घटनाओं में भारी कमी आई है। काशीपुर में नोटबंदी के बाद से चोरी और डकैती जैसी आपराधिक घटनाओं में भारी कमी देखने को मिली है। एक तरफ जहां नोटबंदी आम लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है तो वहीं, कुछ मामलों में जनता को राहत भी मिली है। इंडस्ट्रियल नगर यानि कि उधमसिंह में इसका असर साफ देखा जा सकता है। पहले जहां लूट और चोरी के मामले आए दिन दर्ज हुआ करते थे। लेकिन नोटबंदी के बाद यहां आपराधिक घटनाओं का ग्राफ गिरा है। आंकड़े भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि चोरी की वारदातों में कमी आई है। अक्टूबर में चोरी के 13 मामले दर्ज हुए थे जबकि नवंबर में इनकी संख्या घटकर सिर्फ 6 रह गई। क्राइम के मामलों से जुड़े वक़ील भी मानते हैं कि बड़े नोट बन्द होने से अपराधी भी चोरी और टप्पेबाजी से बच रहे हैं। क्राइम वकील संदीप सहगल का मानना है कि चोरी की वारदात को अंजाम देने से अपराधियों को भी कुछ हासिल नहीं होने वाला। हालांकि नोटबंदी के बाद से ही पुलिस की सक्रियता और हर गतिविधि पर पैनी नजर भी आपराधिक घटनाओं में कमी की बड़ी वजह हो सकती है। फ़िलहाल बड़े नोट बन्द होने से आपराधिक घटनाओं की तादाद में आई कमी जनता और पुलिस दोनों के लिए राहत की खबर है।