आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप और उनकी बहू ऐश्वर्या के बीच तो वहीं दोनों परिवार एक दूसरे के खिलाफ आमने-सामने है। अब लालू यादव की समधि चंद्रिका राय ने राबड़ी देवी के खिलाफ थाने में जाकर लिखित शिकायत की है। हालांकि, चंद्रिका राय की तरफ से लिखित शिकायत में फिलहाल एफआईआर नहीं बल्कि जबरन सामान भिजवाने के आरोप लगाए गए हैं। चंद्रिका राय ने कहा कि सामान के साथ कोई लिस्ट नहीं है। ऐसे में लालू यादव का परिवार उन्हें साजिश रच फंसा सकता है।
राबड़ी ने बहु ऐश्वर्या के घर जबरदस्ती भिजवाया सामान
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बहू ऐश्वर्या का सामान पिकअप वैन में लोडकर सुरक्षकर्मियों के साथ ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय के घर भिजवाया लेकिन चंद्रिका राय ने सामान लेने से इनकार कर दिया। सुरक्षाकर्मियों ने सामान उनके घर के सामने ही छोड़ दिया औऱ फरार हो गए। चंद्रिका राय ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
राबड़ी के साथ विवाद के बाद लौटी थी ऐश्वर्या
बता दें कि राबड़ी देवी के साथ हुए विवाद के बाद बहू ऐश्वर्या अपने मायके लौट गई थीं। तब ऐश्वर्या ने यह आरोप लगाया था कि उनके साथ मारपीट की गई और उनका सारा सामान रख लिया गया। उधर, गुरुवार को राबड़ी देवी ने सामान वापस भिजवाया तो ऐश्वर्या के घरवालों ने उसे लेने से इनकार कर दिया। मामला एक बार फिर पुलिस के पास पहुंच गया। चंद्रिका राय ने कहा कि इस मामले में वह प्राथमिकी दर्ज कराएंगे।
चंद्रिका राय ने कहा- हो सकता है विस्फोटक
चंद्रिका राय ने कहा कि वह सामान ऐसे नहीं ले सकते हैं। यह कैसे पता चलेगा कि वैन पर उनकी बेटी का ही सामान भेजा गया है। कहीं, ऐसा तो नहीं कि उन्हें फंसाने के लिए शराब या विस्फोटक सामग्री रखकर भेज दिया गया हो। राबड़ी देवी को अगर सामान वापस करना था तो उन्हें दंडाधिकारी के सामने यह करना चाहिए था या फिर अगर वह हमें फोन करतीं तो मेरा कोई निकट का व्यक्ति वहां जाता और सामान ले आता। जहां मामला कोर्ट में हो तो बिना दंडाधिकारी के सामान भेजना ही नहीं चाहिए। ऐसे किसी को पता नहीं है कि कौन सामान भेजा गया है और कौन सामान नहीं दिया। बेटी का पासपोर्ट के साथ सारे कागजात और बहुमूल्य सामान के साथ मोबाइल भी उनके पास हैं।
राय ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों को वह गुंडा की तरह इस्तेमाल कर रही हैं। मेरे लौटाने के बाद भी सुरक्षाकर्मी सामान छोड़कर चले गये तो मैंने पुलिस को इसकी सूचना दे दी।